Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गुरुवार (21 नवंबर) को डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मॉर्च्यूरी के डीप फ्रीजर में युवक को रख दिया। 2 घंटे बाद दाह संस्कार के लिए युवक को मुक्तिधाम ले गए। चिता पर लेटते ही शख्स की सांसें चलने लगीं। शरीर में हलचल होने पर लोग युवक को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। फिलहाल आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है। हालत अभी स्थिर है। यह सब कैसे हुआ? मामला क्या है? आइए विस्तार से बताते हैं।
तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में कराया भर्ती
झुंझुनूं में मां सेवा संस्थान के बगड़ स्थित आश्रय गृह में रहने वाला रोहिताश (25) अनाथ और मूकबधीर है। काफी समय से रोहिताश यहां रहता है। गुरुवार दोपहर रोहिताश की तबीयत बिगड़ने पर गई। उसे झुंझुनूं के भगवान दास खेतान (BDK)अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान 1 बजे डॉक्टरों ने रोहिताश को मृत घोषित कर दिया। रोहिताश के शरीर को अस्पताल की मॉर्च्युरी में भिजवा दिया।
दो घंटे तक डीप फ्रीजर में रखा
2 घंटे तक बॉडी डीप फ्रीजर में रखी रही। पुलिस ने पंचनामा बनाकर रोहिताश के शरीर को मां सेवा संस्थान के पदाधिकारियों को सौंप दिया। पदाधिकारी रोहिताश को पंच देव मंदिर के पास स्थित मुक्तिधाम ले गए। यहां रोहिताश के शरीर को चिता पर रखा तो उसकी सांस चलने लगीं और शरीर हिलने लगा। यह देखकर सभी डर गए। इसके बाद तुरंत एंबुलेंस बुलाकर रोहिताश को अस्पताल ले गए। फिलहाल उसका आईसीयू में इलाज चल रहा है और हालत सामान्य है।
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कलेक्टर आधी रात बुलाई बैठक
कलेक्टर ने रात 10.30 बजे पीएमओ डॉक्टर संदीप पचार, सामाजिक अधिकारिता विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पवन पूनिया सहित अन्य अधिकारियों को अपने बंगले पर बुलाया और मामले की जानकारी ली। कलेक्टर का कहना है कि जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। पीएमओ से रिपोर्ट मांगी गई है। पूरे मामले से मेडिकल डिपार्टमेंट के सचिव को जानकारी दे दी गई है।