karni Sena vivad: करणी सेना के दो गुटों में विवाद हो गया था। जिसमें मारपीट के साथ ही फायरिंग की घटना हुई थी। हालांकि अब दोनों पक्षों ने वीडियो जारी कर राजीनामा कर लिया है। साथ ही राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत ने श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना से माफी मांगी है।

विवाद के बाद दोनों पक्ष के लोगों ने शनिवार की देर रात वीडियो जारी कर कहा कि अब हमारा कोई झगड़ा नहीं है। पारिवारिक मसला है, जिसे आपस में सुलझा लिया है। हालांकि इस घटना के बाद से राजपूत समाज के कई बड़े लोग एक साथ बैठकर पंचायत की। जिसमें तय किया गया कि दोनों पक्ष एक-दूसरे से माफी मांगकर विवाद को समाप्त करें।

भविष्य में कोई मतभेद नहीं होगा- महिपाल सिंह मकराना
घायल महिपाल सिंह अस्पताल से ही वीडियो जारी कर कहा कि अगर समाज का युवा आपस में लड़ेगा तो समाज की ताकत कमजोर होगी। मैने सभी लोगों से बातचीत की है जिसके बाद समाज के युवाओं से कहना चाहता हूं कि आपस में न लड़ें। मेरा शिव सिंह से कोई झगड़ा नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी पारिवारिक मतभेद था, वह खत्म हो गया है। भविष्य में भी कोई मतभेद नहीं रहेगा।

वीडियो बनाकर शिव सिंह ने कहा- मैं महिपाल सिंह से क्षमा प्रार्थी हूं
शिव सिंह शेखावत जिस पर महिपाल सिंह के साथ मारपीट का आरोप लगा है उन्होंने भी वीडियो जारी कर कहा कि बीते दिनों जो भी घटना हुई, वह आपसी गलतफहमी की वजह से हुई थी। यह हमारे परिवार का आपसी मसला है और इसे हम लोगों ने मिल बैठकर आपस में सुलझा लिया है। हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं है। उस दिन जो भी घटना हुई, उसके लिए मैं महिपाल सिंह से क्षमा प्रार्थी हूं।

जानें क्या है पूरा मामला
बता दें 12 जुलाई की रात करीब 8:30 बजे शिव सिंह शेखावत और महिपाल सिंह मकराना के बीच विवाद हो गया था। इस दौरान फायरिंग और मारपीट की घटना भी हुई। हालांकि इस दौरान गोली चलने से किसी को चोट नहीं आई, लेकिन मारपीट में महिपाल सिंह मकराणा घायल हो गए थे। साथ ही दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर फायरिंग करने के आरोप लगाए थे।

पुलिस ने 8 लोगों को किया था गिरफ्तार
जिसके बाद पुलिस की टीम ने शिकायत के आधार पर 13 जुलाई को शिव सिंह शेखावत समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें शिव सिंह, दिग्गज सिंह, महादेव सिंह, युवराज सिंह राठौड़, सुरजीत सिंह, रामसिंह शेखावत, राजवीर सिंह और गजराज सिंह शामिल थे वहीं महिपाल सिंह के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सुरजीत सिंह और राजवीर सिंह महिपाल के पक्ष में थे।