Sukhdev singh Gogamedi: राजस्थान में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 4 महीने पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने न्याय के लिए हनुमानगढ़ से जयपुर के लिए पैदल यात्रा निकाली है। इस यात्रा में शीला शेखावत के साथ राजपूत समाज के लोग शामिल हैं। गोगामेड़ी की पत्नी ने न्याय ना मिलने पर सीएम हाउस में जौहर करने की चेतावनी दी है।
इस हत्याकांड में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के साथ ही उनके अंग रक्षक अजीत सिंह की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। न्याय यात्रा गोगामेड़ी के पैतृक गांव से पैदल न्याय यात्रा की शुरूआत की गई है। राजस्थान सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत के प्रतिनिधियों की करीब 20 मिनट तक बातचीत चली, लेकिन कोई भी निर्णय नहीं लिया गया। इस वार्ता को विफल मानकर यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया गया।
सीएम हाउस में जौहर की दी धमकी
पुलिस प्रशासन लगातार समझाइश देने की कोशिश की लेकिन यात्रा को जारी रखा गया। इतना ही नहीं शीला शेखावत ने कहा कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो सीएम हाउस में जौहर करेंगे। हालांकि पुलिस अधिकारी और प्रशासन लगातार राजपूत समाज के कार्यकर्ताओं को समझाइश देने का कार्य कर रहे हैं।
गोगामेड़ी के भाई ने कहा
गोगामेड़ी के भाई श्रवण सिंह ने बताया कि घटना के बाद कई राजपूत नेताओं के साथ सरकार ने हमारी मांगो को मान लिया था, लेकिन सरकार अब देरी कर रही है। जिसमें हमारे समाज ने निर्णय लिया है कि अब समय नहीं दिया जाएगा। न्याय के लिए हमने न्याय यात्रा की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि NIA ने आरोपियों के खिलाफ अभी तक रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी नहीं किया है।
अजीत सिंह की पत्नी भी यात्रा में हुई शामिल
गोगामेड़ी के साथ ही अजीत सिंह की भी हत्या हुई थी। न्याय यात्रा में अजीत सिंह की पत्नी रेणु कंवर भी शामिल हो गई हैं उनका कहना है कि मैं आज अपनी मासूम बेटी के साथ न्याय यात्रा में शामिल हो गई हूं। जो सरकार तीन महीने तक कुछ नहीं कर पाई, वह अब एक महीने का समय मांग रही है। सरकार को शर्म आनी चाहिए कि हम औरतों को अपनी मासूम बच्चियों के साथ न्याय के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा है।
भाजपा सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
शीला शेखावत ने कहा कि हत्या के बाद सरकार ने परिवार के सदस्य को नौकरी देने, मृतक अजीत सिंह के परिवार को सुरक्षा और मुआवजा देने और गोगामेड़ी को सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही। इसके साथ ही हत्या करवाने के लिए हथियार उपलब्ध करवाने वाले मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने बात कही गई थी लेकिन उस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है। आखिर न्याय में इतनी देरी क्यों की जा रही है। जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक यह यात्रा जारी रहेगी।