Kota student suicide: राजस्थान के कोटा में NEET स्टूडेंट के सुसाइड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन एक छात्र मौत को लगे लगा रहा है। पिछले 5 साल में 100 से ज्यादा बच्चों ने खुदकुशी की है। बुधवार (16 अक्टूबर) की रात फिर एक छात्र ने अपनी जिंदगी गंवा दी। यूपी के मिर्जापुर से आकर NEET की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने हॉस्टल के कमरे में पंखे पर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सूचना पर पुलिस पहुंची। छात्र के घरवालों को सूचना दी और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। घटना दादाबाड़ी थाना इलाके में हुई।
मिर्जापुर से पढ़ने आया था आशुतोष
पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला छात्र आशुतोष चौरसिया (20) कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। बुधवार रात को उसने अपने पीजी में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। आशुतोष के घरवालों ने उसके मोबाइल पर कई बार फोन किया। कोई जवाब नहीं मिला तो घरवालों ने पीजी मालिक को सूचना दी। पीजी मालिक ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर निकाला शव
पीजी मालिक की सूचना पर बुधवार रात 11.30 पुलिस पहुंची। पुलिस ने कमरे का गेट तोड़ा। पुलिस ने पंखे पर लटक रहे आशुतोष को नीचे उतारा। छात्र ने सुसाइड क्यों किया? इसके पीछे क्या कारण है? तमाम सवालों के जवाब के लिए पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बता दें कि छात्र की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया।
2024 में 13 छात्र मौत को लगा चुके गले
जानकारी के मुताबिक, कोटा में छात्रों के सुसाइड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। 2018 से 2024 तक 101 छात्रों ने खुदकुशी की है। 2024 में 13 छात्रों ने मौत को लगे लगाया है। 2023 की बात करें तो 25 स्टूडेंट्स ने आत्महत्या की है। 2022 में 15, 2019 में 28 और 2018 में 20 स्टूडेंट्स ने पढ़ाई के तनाव या अन्य किसी न किसी कारण से मौत को लगे लगाया है।