Rajasthan News: राजस्थान के लाल भारतीय नौसेना के शिप आईएनएस ब्रह्मपुत्र में लगी आग की चपेट में आने की वजह से शहीद हो गए। शहीद शहीद जवान सितेंद्र सिंह सांखला (23) की पार्थिव शरीर गुरुवार को पैतृक गांव पहुंचा है। जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। इस दौरान शहीद के सम्मान में करीब 9 किमी तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। जिसमें काफी तादात में जिलेभर के लोगों ने शहीद को श्रध्दांजलि दी।
शहीद सितेंद्र सिंह झुंझुनूं जिला के सूरजगढ़ तहसील के डांगर गांव के रहने वाले थे। सितेंद्र सिंह सांखला के चाचा पवन सिंह ने बताया कि मुंबई स्थित नेवल डॉकयार्ड में रिपेयरिंग के दौरान 21 जुलाई को आईएनएस ब्रह्मपुत्र में आग लग गई थी। आग लगने के बाद सूचना दी गई कि हादसे के बाद से ही सितेंद्र लापता है। उनकी तलाश की जा रही है। बुधवार 24 जुलाई को सितेंद्र का शव नेवी के गोताखोरों ने निकाला।
आग लगने के बाद घर में की थी बात
आज गुरुवार को शहीद के गांव पहुंचते ही लाखू आईटीआई (सूरजगढ़) के पास से तिरंगा यात्रा निकालकर शहीद का सम्मान किया गया। शहीद के भाई मनेंद्र सिंह सांखला ने बताया कि भाई से 21 जुलाई की रात को आखिरी बार बात हुई थी। भाई ने उस दौरान कहा कि जहाज पर आग लग गई है। तुम घर पर बात कर लेना। हमें नहीं पता था कि यह भाई से आखिरी बात होगी।
हादसे के वक्त 300 लोग रहे मौजूद
बता दें कि आग लगने की घटना के बाद आईएनएस ब्रह्मपुत्र को करीब 16 घंटे बाद बुझाया जा सका था। अधिकारियों के मुताबिक जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस दौरान आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर लगभग 300 अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। सभी सुरक्षित बाहर आ गए, लेकिन सितेंद्र अज्ञात कारणवश लापता हो गए। 24 जुलाई को सितेंद्र का शव गोताखोरों की सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान मिला।