Kota Crime News: सरकारी क्वार्टर में आधी रात को घुसकर दो बदमाशों ने रेलवे कर्मचारी को मौत के घाट उतार दिया। बदमाशों ने सो रहे कर्मचारी के गले पर धारदार हाथियार से दो वार किए। वार लगते ही कर्मचारी उठा और पास सो रहे बड़े बेटे पर हाथ मारा। बेटा उठा तो दोनों बदमाश पीछे गेट से भाग गए। बच्चे के चिल्लाने पर पत्नी उठी और खून से लथपथ पड़े कर्मचारी को अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दर्दनाक घटना कोटा के रेलवे कॉलोनी थाना इलाके की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

पीछे के दरवाजे से घुसे बदमाश 
रेलवे कॉलोनी के सरकारी क्वार्टर में रहने वाला कर्मचारी शंभू कुमार(35) रेलवे वर्कशॉप में काम करता था। बुधवार रात दो-ढाई बजे कर्मचारी की पत्नी मंजू, बड़ा बेटा प्रिंस (10) और छोटा बेटा डूग्गु (7) घर में सो रहे थे। दो बदमाश पीछे के दरवाजे से घर में घुसे। बदमाशों ने शंभू के कमरे में जाकर उसकी गर्दन पर धारदार हाथियार से वार कर मौत के घाट उतार दिया। 

बड़े बेटे ने बदमाशों को भागते हुए देखा 
जानकारी के मुताबिक, घटना के समय घर में रेलवे कर्मचारी की पत्नी और दोनों बच्चे थे। कमरे में बेड पर कर्मचारी अपने बड़े बेटे का साथ सो रहा था। वहीं पत्नी मंजू छोटे बेटे के साथ जमीन पर सो रही थी। बडे़ बेटे ने शोर मचाया तो पत्नी को वारदात का पता लगा। बदमाश के हमने के समय उसका बेटा भी जाग गया था। बड़े बेटे ने बदमाश को देखा है। उसका कहना है कि वह काले रंग के कपड़े में था।  

पुलिस हर एंगल से कर रही जांच 
जानकारी के मुताबिक, शंभू मूल रूप से केशोरायपाटन बूंदी का रहने वाला है। वह अपने पिता नंदकिशोर की जगह नौकरी पर लगा था। पिछले 10-12 साल से शंभू कोटा में ही नौकरी कर रहा था। रेलवे क्वार्टर में रह रहा था। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ क्वार्टर में रहता था। उसकी गांव में किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। पुलिस मामले में कई एंगल पर जांच कर रही है। पत्नी वारदात के समय घर पर ही थी, ऐसे में उससे भी जानकारी जुटाई जा रही है। इसके अलावा लेन-देन का विवाद भी सामने आ रहा है। यार दोस्तों को भी पुलिस ने शक के घेरे में लिया है।