PM Modi wrote a letter: राजस्थान के पूर्व मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए राज परिवार को पत्र लिखा है। अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह को पीएम मोदी ने संबोधित पत्र में पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि मेवाड़ घराने का एक गौरवशाली और संपन्न इतिहास रहा है। मेवाड़ में ऐसे अनेक शूरवीर और देशभक्त रहे हैं, जिन्होंने अपने स्वाभिमान और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। इसमें मेवाड़ की समृद्ध विरासत को संजोने और उसे आगे ले जाने में अरविंद सिंह मेवाड़ का काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
व्यक्तिगत और राष्ट्रीय क्षति: प्रधानमंत्री मोदी जी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए परिवार के प्रति सहानुभूति जताई।
— LakshyarajSinghMewar (@lakshyarajmewar) March 22, 2025
मैं और मेरा परिवार आपके भावपूर्ण शोक संदेश और आत्मीय समर्थन के लिए हृदय से आभारी हैं।#PrimeMinister #India #Mewar #EternalMewar #LRSM #Udaipur #SaveWater pic.twitter.com/L9O4PjOa96
पीएम ने लक्ष्यराज सिंह को संबोधित करते हुए लिखा
अरविंद सिंह मेवाड़ का जीवन जनकल्याण के लिए हमेशा समर्पित था। वह हमेशा जरूरतमंदों की सेवा के लिए तत्पर रहते थे। बहुमुखी प्रतिभा के धनी भी थे। संगीत, कला, साहित्य एवं खेल के प्रति उनका विशेष लगाव था। वहीं पीएम ने लक्ष्यराज सिंह को संबोधित करते हुए लिखा, "अपने पिता को खोने की पीड़ा आपके लिए कितनी गहरी होगी, यह मैं समझ सकता हूं। उनके निधन से आपके जीवन में आए खालीपन की पीड़ा को शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन है।"
मेवाड़ परिवार के लिए एक सशक्त आधार और प्रेरणास्रोत थे
अरविंद सिंह, मेवाड़ परिवार के लिए एक सशक्त आधार और प्रेरणास्रोत थे। आज वह सशरीर आप लोगों के साथ नहीं हैं, पर उनकी स्मृतियां और जीवन मूल्य सदैव आप सभी के साथ रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह इस अपूरणीय क्षति की घड़ी में शोक संतप्त परिवार और शुभचिंतकों को यह दुख सहन करने का धैर्य और संबल प्रदान करें।
81 वर्ष की उम्र में हुआ था निधन
बता दें, मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का 16 मार्च को 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका उदयपुर स्थित आवास पर इलाज किया जा रहा था। हालांकि पीएम मोदी ने इस पत्र को 18 मार्च को लिखा था, लेकिन इसकी जानकारी शनिवार, 22 मार्च को दी गई।