PM Narendra Modi Slams Congress: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जयपुर में आयोजित विकसित भारत विकसित राजस्थान कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने करीब 17,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पास सिर्फ एक एजेंडा है। मोदी विरोध, घोर मोदी विरोध। ये मोदी विरोध में समाज को बांटने की साजिश रचते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई पार्टी भाई-भतीजावाद और वंशवाद की राजनीति के दुष्चक्र में फंस जाती है तो उसके साथ ऐसा ही होता है। आज हर कोई कांग्रेस का साथ छोड़ रहा है। क्योंकि कांग्रेस में सिर्फ एक परिवार ही दिखता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ एक बड़ी समस्या यह है कि उसमें सकारात्मक नीतियां बनाने की दूरदर्शिता का अभाव है। कांग्रेस न तो भविष्य देख सकती है और न ही उसके पास इसके लिए कोई रोडमैप है।
पीएम के संबोधन की बड़ी बातें
- भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए सरकार चार वर्गों- युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों को मजबूत कर रही है। हमारे लिए ये चार सबसे बड़ी जातियां हैं।
- 'विकसित भारत' अभियान यह सिर्फ शब्द या भावना नहीं है। यह हर परिवार के जीवन को समृद्ध बनाने का अभियान है, यह गरीबी उन्मूलन का अभियान है, यह युवाओं के लिए अच्छा रोजगार पैदा करने का अभियान है और यह देश में आधुनिक सुविधाएं तैयार करने का अभियान है।
- कांग्रेस के शासनकाल में देश बिजली संकट से जूझ रहा था। करोड़ों घरों में बिजली कनेक्शन नहीं था। जिस तरह कांग्रेस काम कर रही थी, उसे समस्या दूर करने में कई दशक लग जाते।
- हमारी सरकार ने बिजली संकट को दूर किया। क्योंकि बिजली की कमी के चलते कोई भी देश विकसित नहीं हो सकता।
- राजस्थान के विकास के लिए आज करीब 17 हजार करोड़ रुपए की रेल, रोड, सौर उर्जा, पानी और एलपीजी की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है।
- कुछ दिन पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जयपुर आए थे। राजस्थानियों की खासियत है कि वे जिस पर प्यार लुटाते हैं जी जान से लुटाते हैं। इसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी है।
पेपर लीक पर बनाया सख्त कानून
पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में पिछली सरकार के दौरान हुए पेपर लीक प्रकरण का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछली सरकार के शासनकाल में अक्सर पेपर लीक होते थे, युवा इससे प्रभावित होते थे, इसकी जांच के लिए बीजेपी की सरकार आते ही एसआईटी का गठन किया गया। पेपर लीक में शामिल लोगों के खिलाफ एक सख्त कानून बनाया है।