राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार का इंतजार खत्म होने वाला है। संभावना जताई जा रही है कि कल बुधवार को भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
गौरतलब है कि CM भजन लाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा पहले ही शपथ ले चुके हैं। इससे पहले बीजेपी सूत्रों से खबर आई थी कि भजनलाल सरकार में करीब 15 विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाएगा।
माना जा रहा है कि राजस्थान के मंत्रिमंडल में युवाओं के साथ-साथ अनुभवी विधायकों को भी मौका दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, भजनलाल सरकार में तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ, शैलेश सिंह, नौक्षम चौधरी, संदीप शर्मा, जवाहर सिंह बेदाम और महंत प्रताप पुरी को जगह मिल सकती है। भजनलाल शर्मा की टीम में अधिकर मंत्री 55 से कम उम्र के हो सकते हैं। उधर, राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। बताया गया कि दोनों के बीच शिष्टाचार भेंट हुई थी।
वहीं राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस, बीजेपी पर हमलावर है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल के विस्तार में हो रही देरी पर सवाल उठाए थे। वहीं अब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में अधिकारी नहीं लगे हैं, इससे जनता परेशान हो रही हैं।
35 से ज्यादा विधायक मंत्री बनने के दावेदार
35 से ज्यादा विधायक मंत्री बनने के दावेदारों में आगे माने जा रहे हैं। किरोड़ीलाल मीणा, महंत बालकनाथ, महंत प्रतापपुरी, विश्वराज सिंह मेवाड़, जेठानंद व्यास, मदन दिलावर, जोगेश्वर गर्ग, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, जितेंद्र गोठवाल, झाबर सिंह खर्रा, नौक्षम चौधरी, दीप्ति किरण माहेश्वरी, अनिता भदेल, जवाहर सिंह बेडम, जगत सिंह, हंसराज पटेल, पब्बाराम विश्नोई, हीरालाल नागर, भैराराम चौधरी, लालाराम बैरवा, संजय शर्मा, गोपाल शर्मा, लादूलाल पितलिया, जयदीप बिहाणी और ताराचंद जैन के नाम प्रमुख दावेदारों में हैं।