जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में कॉल करने वाले की लोकेशन ट्रेस की गई। आखिर में पुलिस हैरान रह गई कि फोन तो जेल से किया गया था। सीएम भजनलाल को धमकी मिलने के बाद जेल में मोबाइल के खेल को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
जेल प्रशासन के दो वार्डन सस्पेंड
मुख्यमंत्री को धमकी मिलने के बाद मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। जेल प्रशासन के दो वार्डन सस्पेंड कर दिए गए हैं। धमकी भरे फोन के मामले में तीन आरोपी मुकेश, राकेश और चेतन को गिरफ्तार किया गया है। फोन करने वाला मुख्य आरोपी पिछले 5 साल से जयपुर सेंट्रल जेल में पोक्सो के आरोप में बंद है। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उसका मेंटल हॉस्पिटल से इलाज चल रहा है।
पांच साल से जेल में सजा काट रहा है धमकी देने वाला
पुलिस ने बताया कि सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी भरा कॉल जयपुर सेंट्रल जेल से आया था। लोकेशन से मिली जानकारी के अनुसार, धमकी देने वाला आरोपी पोक्सो एक्ट के तहत सेंट्रल जेल में सजा काट रहा कैदी है। पिछले 5 साल से जेल में बंद है और उसका मेंटल हॉस्पिटल से इलाज भी चल रहा है।
आठ दिन पहले कैदी ने निगल लिया था मोबाइल
बता दें कि आठ दिन पहले जयपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी ने मोबाइल निगल लिया था। मोबाइल निगलने के बाद कैदी की सांसें अटक गई थीं। उसे तुरंत एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने एक्स-रे करवाया तो कैदी के शरीर में गैजेट की मौजूदगी का पता चला, जिसके बाद मोबाइल को एंडोस्कोपिक प्रक्रिया के माध्यम से निकाला गया। अब फिर एक कैदी ने मोबाइल से सीएम को धमकी दी है। जेल में कैदियों के पास मोबाइल होने की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं।
जेल की सुरक्षा और व्यवस्था पर उठने लगे सवाल?
सुरक्षा के लिहाज से जयपुर सेंट्रल जेल काफी सख्त माना जाता है। कहते हैं यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, लेकिन एक कैदी द्वारा सीएम को जान से मारने की धमकी का फोन आने के बाद सुरक्षा और व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं? सीएम को जान से मारने की धमकी देने के पीछे कैदी का क्या इरादा था? उसके पास मोबाइल कहां से पहुंचा? ऐसे तमाम सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।