IAS Tina Dabi Office Drama: राजस्थान के बाड़मेर में दिवाली के दिन जिला कलेक्टर टीना डाबी के कार्यालय के बाहर एक युवक ने हाईवोल्टेज ड्रामा कर दिया। युवक पेट्रोल की बोतल लेकर कलेक्टरेट परिसर में घुस गया और ऑफिस के बाहर पेट्रोल अपने ऊपर डालने लगा। युवक ने इस दौरान कलेक्टर के खिलाफ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। मौके पर उसकी पत्नी ने बीच-बचाव करते हुए पेट्रोल की बोतल छीन ली, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक को नाटकीय अंदाज में हंगामा करते हुए देखा जा सकता है। जैसे ही पुलिस को इस घटना की खबर मिली, आरोपी युवक घटनास्थल से भाग निकला। घटना के वक्त युवक की पत्नी उसे बार-बार समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन वह किसी की सुनने को तैयार नहीं था।
पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया
इस वीडियो के सामने आने के बाद बाड़मेर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए युवक समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। बाड़मेर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी युवक का नाम मगाराज वाल्मीकि है, जिसने कलेक्टर के कार्यालय के बाहर आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि, उसकी पत्नी ने पेट्रोल की बोतल छीन ली, जिससे उसकी जान बच गई।
पैसे के लेनदेन को लेकर हुआ था विवाद
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि युवक मगाराज ने अपने साले रवि को कुछ पैसे दिए थे। दोनों के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ। इस विवाद के चलते रवि सुबह कलेक्टरेट में मगाराज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। इसी से नाराज होकर मगाराज ने यह कदम उठाया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।
घटना से स्थानीय लोगों में हड़कंप
इस नाटकीय घटना से बाड़मेर के लोगों में हड़कंप मच गया है। टीना डाबी के कार्यालय के बाहर इस तरह के मामले ने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग सोशल मीडिया पर इस घटना पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और युवक की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठा रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से सरकारी कार्यालयों में सुरक्षा के उपायों पर जोर देने की जरूरत महसूस की जा रही है।
टीना डाबी की कार्यशैली की है चर्चा
टीना डाबी, जो बाड़मेर की जिला कलेक्टर हैं, अपनी कार्यशैली के लिए काफी चर्चित हैं। इस घटना ने उनके कार्यालय और कार्यशैली पर भी कई सवाल उठाए हैं। लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या इस तरह के हंगामों से प्रशासनिक अधिकारियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यह घटना प्रशासनिक कार्यों पर लोगों के बढ़ते असंतोष को भी दर्शाती है।