Ranthambore National Park: राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क में एक बाघ की मौत हुई है। मौत की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई, लेकिन जिस तरह उसके शव के पास पत्थर पड़े हैं और शरीर पर चोंट के निशान हैं। माना जा रहा है की पत्थरों से हमलाकर बाघ का शिकार किया गया है। 

रणथंभौर नेशनल पार्क प्रबंधन ने टाइगर टी-86 के मौत की पुष्टि की है। बताया कि उसका शव उलियाना गांव में खेत पर पड़ा मिला है। यह वही जगह है जहां पर टाइगर ने एक ग्रामीण पर हमला किया था। हालांकि, टाइगर टी-86 ने ही युवक पर हमला किया था। यह बात स्पष्ट तौर पर नहीं कही जा सकती। 

शरीर पर चोट और कट निशन 
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बाघ के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। आसपास बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं। बाघ का मुंह पर धारदार हथियार से कटने के निशान हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार 
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) अरिजीत बैनर्जी ने बाघ के मौत की पुष्टि करते हुए कहा, डेड बॉडी रिकवर कर ली गई है। मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कुछ क्लू मिलने की उम्मीद है। वन अधिकारी भी मामले की पड़ताल में जुटे हुए हैं।

टाइगर टी-8 14 साल का था 
रणथंभौर नेशनल पार्क में टाइगर टी-86 काफी प्रसिद्ध था। 14 वर्ष पहले इसे बाघिन लाडली टी-8 ने जन्मा था। टाइगर टी-86 पहले जोन 1 और 2 में रहता था, लेकिन टेरिटरी फाइट के चलते नॉन-टूरिज्म इलाके में शिफ्ट हो गया। मौत की वजह मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष मानी जा रही है।  

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चरवाहे पर बाघ ने किया था हमला 
रणथंभौर नेशनल पार्क के करीब जिस जगह पर टाइगर टी-86 मृत मिला है, उसी जगह पर शनिवार को 27 वर्षीय किसान भरतलाल मीणा की टाइगर के हमले में मौत हो गई थी। वह खेत में अपनी बकरियां चरा रहा था, तभी टाइगर ने उस पर हमला कर दिया था।