Rajasthan News: राजस्थान में रेजिडेंट डॉक्टर लगातार तीसरे दिन भी हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जपयुर की एसएमएस हास्पिटल पर काफी भीड़ जुटी हुई है। कई मरीजों को बिना इलाज के भी वापस जाना पड़ रहा है। तो वहीं कुछ लोगों को मजबूरी में निजी अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ा।
जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में सरकार ने 50 अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था की है। जिसमें 12 डॉक्टरों ने सोमवार से अपनी सेवाओं को जारी कर दिया है, वहीं बाकि 38 मंगलवार से जारी करने की बात कही थी। एसएमएस अस्पताल के अलावा भी प्रदेश के लगभग सभी अस्पतालों में यही हाल है।
काम पर नहीं लौटने पर की जाएगी कार्रवाई
SMS हास्पिटल के अधीक्षक डॉ. सुनील भाटी ने हड़ताल से निपटने के लिए सीनियर डॉक्टरों को ड्यूटी पर लगाया है। अधीक्षक के मुताबिक सभी इमरजेंसी सेवाएं यथावत चालू हैं, सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगर रेजिमेंट डॉक्टर काम पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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क्या हैं मांगें
- रेजिडेंट डॉक्टर की मांगे हैं कि स्टूडेंट्स को मिल रहे स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की जाए और हर साल निश्चित दर से उसमें वृद्धि की जाए।
- इसके अलावाल पीजी या सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों को उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी देने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) की सीधी भर्ती की जाए।
- हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी ढांचे को पूर्व में हुए समझौते के अनुसार व्यवस्था की जाए।
- हॉस्टल की व्यवस्थाओं को बेहतर किया जाए। इसके साथ ही वर्तमान अनिवार्य बॉन्ड नीति में संशोधन किया जाए।