Rajasthan Politics News: बाड़मेर जिले के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के नेता उम्मेदाराम बेनीवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बेनीवाल दो बार बायतू विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। आरएलपी से इस्तीफे के बाद शनिवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे।
आरएलपी नेता उम्मेदाराम बेनीवाल का पार्टी से मोहभंग हो गया। आरएलपी के टिकट पर दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके बेनीवाल अपने कई समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं। शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचेगे। जहां वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण करेंगे। बेनीवाल को बाड़मेर से लोकसभा टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं।
बाड़मेर से बनाए जा सकते हैं लोकसभा उम्मीदवार
कांग्रेस और भाजपा ने अपने कई सीटों में अपने लोकसभा उम्मीदवार उतार दिए हैं। लेकिन काग्रेस ने अभी बाड़मेर लोकसभा सीट को रिजर्व रखा है। हालांकि आरएलपी के साथ गठबंधन को लेकर बाड़मेर में बायतू से विधायक हरीश चौधरी और कई नेता विरोध कर रहे थे। इसलिए बाड़मेर सीट का गठबंधन को लेकर पेच फंस रहा था। कांग्रेस नेताओं के विरोध के कारण बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया था बल्कि आरएलपी के लोकसभा उम्मीदवार को ही कांग्रेस में शामिल कर लिया।
कौन हैं उम्मेदाराम
उम्मेदाराम आरएलपी नेता हैं। जो दो वार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। पिछली बार कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से 910 वोटों से विधानसभा चुनाव हारे थे। उम्मेदाराम लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी। इसलिए कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के कारण बाड़मेर से बेनीवाल को लोकसभा टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं।
दूसरी पार्टियों से आए नेताओं पर ज्यादा भरोसा
कांग्रेस पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में दूसरे दलों से आए लोगों पर ज्यादा दांव लगा रही है। चूरू लोकसभा सीट से बीजेपी से टिकट ना मिलने के बाद राहुल कस्वां को पार्टी में शामिल कर उम्मीदवार बनाया है। अब बाड़मेर से उम्मेदाराम बेनीवाल का शामिल होना, मतलब टिकट मिलना तय माना जा रहा है।