Rajasthan News: बार-बार बिजली गुल होने से परेशान होकर बरामदे में सो रहा परिवार हादसे का शिकार हो गया। सोते समय परिवार पर अचानक छत भराभराकर गिर गई। हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई। दूसरी बेटी घायल है। पति बाल-बाल बच गया। लाइट नहीं होने के कारण घटना से कुछ ही क्षण पहले पति बाहर टहलने निकला था। हादसा भीलवाड़ा के बड़लियास इलाके की है।
जानें पूरी घटना: पांच मिनट बाद ही तेज धमाका
बड़लियास निवासी भैरूसिंह (45), पत्नी राधा (40), बड़ी बेटी सपना (13) और छोटी बेटी गणी (8) के साथ रात 10 बजे बरामदे में सो रहे थे। रात 12 बजे बिजली गुल हो गई। पत्नी और बेटियां सो रही थी। भैरूसिंह की आंख खुली। बेचैनी हुई तो भैरूसिंह बरामदे से निकल कर घर के सामने टहलने लगा। लाइट जाने के कारण पूरा मोहल्ला अंधेरे में डूबा था। पांच मिनट बाद ही तेज धमाका हुआ और मकान का बरामदा धराशायी हो गया। छत की पटि्टयां और मलबा पत्नी और बेटियों पर आ गिरा।
टॉर्च की रोशनी से मलबे में दबे लोगों को निकाला
हादसे के बाद भैरूसिंह चीखने लगा। मोहल्ले के लोग भी जुट गए। लोगों ने टॉर्च से उजाला किया और बचाव की कोशिश की। पुलिस पहुंची और लोगों की मदद से पत्नी और दोनों बेटी को मलबे से निकाला। पत्नी राधा और बड़ी बेटी सपना को बड़लियास हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बेटी गणी का महात्मा गांधी हॉस्पिटल भीलवाड़ा में इलाज चल रहा है।
50 साल पुराना था मकान
जानकारी के मुताबिक, भैरू सिंह 50 साल पुराने मकान में रह रहा था। मकान की छत पत्थर की भारी-भरकम पटि्टयों की बनी थी। मकान की मरम्मत करानी थी। तीन दिन पहले कारीगर मकान देखकर गया था। मरम्मत होने से पहले ही परिवार हादसे का शिकार हो गया।