Forest Guard Exam Paper Leak Case: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2022 में पेपर लीक के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब इस मामले की जांच एसओजी (SOG) करेगी। हालांकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। जिसकी तलाश एसओजी और बांसवाड़ा पुलिस कर रही है।
इस मामले को लेकर एसओजी डीएसपी बाबूलाल मुरारिया ने बताया कि 28 जून को प्रतापगढ़ हाल मुकाम बांसवाड़ा निवासी प्रवीण मालवीया और उसकी पत्नी सविता डोढीयार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 30 जून तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। आरोपियों ने पेपर लीक की घटना को कबूल किया। फिलहाल इस मामले को लेकर एसओजी की टीम आरोपियों रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है।
13 नवंबर 2022 को हुई थी वनरक्षक भर्ती परीक्षा
पेपर लीक मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 13 नवंबर 2022 को वनरक्षक भर्ती परीक्षा दो पारियों में होने वाली थी। इसके एक दिन पहले ही सकन खड़िया ने कॉल के माध्यम से बताया कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों से 8 लाख रुपए लेकर पेपर के लिए बुला लो। खड़िया की बातों में आकर सभी आरोपियों ने काम चालू कर दिया।
ये आरोपी रहे शामिल
आरोपी प्रवीण ने इस मामले को लेकर अपने परिचित छगन पारगी निवासी भीलकुआं के माध्यम से बगयचा निवासी सुकाम डामोर, नवागांव निवासी वीर सिंह कटारा हाल शिक्षक राउमावि उलटन धरियावाद, कोठारिया निवासी सुभाष डिंडोर वनरक्षक नाका टिमेडा, मगरदा निवासी शीला वनरक्षक कुशलगढ़, नागदा निवासी शिल्पा मईडा वनरक्षक रेंज डूंगरा, निरमा डामोर वनरक्षक कुशलगढ़, मगरदा निवासी ईश्वर पडदा को शास्त्री नगर और रोहनिया निवासी संगीता गरासिया वनरक्षक कुशलगढ़ को में प्रवीण के मकान पर बुलाकर मीटिंग की गई।
मुख्य आरोपी फरार
इसके एक दिन बाद सुबह हरीश उर्फ हीराराम सारण निवासी गुड़ामलानी, चिखली निवासी अभिमन्यु सिंह मोबाइल में पेपर लेकर आए और वहां पर मौजूद अभ्यर्थियों से हल कराया। बाद में इन सबका वनरक्षक में चयन हो गया है। हालांकि पुलिस ने संदेह होने पर इन आरोपियों सहित पेपर को मोबाइल में लेकर आने वाले डूंगरपुर के चिखली निवासी अभिमन्यु सिंह को गिरफ्तार किया। फिलहाल अभी भी मुख्य आरोपी हीराराम सारण निवासी गुड़ामलानी फरार है।