UPSC Result 2023: मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विसेज एग्जाम- 2023 का रिजल्ट जारी किया है। इस परीक्षा में राजस्थान के कई अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। जिसमें राजस्थान के बाड़मेर जिले से तीन लोगों का चयन हुआ है।
परिणाम आते ही राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर, नागौर और सीकर में खुशी की लहर दौड़ गई। इस परीक्षा में बाड़मेर जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाराम मेघवाल के बेटे पूरण मेघवाल को सफलता मिली है। वहीं इसमें मोहनलाल जाखड़, अक्षय डोसी, मोहन मंगावा, कृष्णा जोशी और शिवांक चौधरी का चयन हुआ है। जानिए इनके बारे में..
मोहनलाल जाखड़
मोहनलाल जाखड़ बाड़मेर जिले के भाखड़ा गांव के रहने वाले हैं। मोहनलाल को इस परीक्षा में 53वीं रैंक हासिल हुई है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर में हुई और ग्रेजुएशन 2020 में IIT खड़गपुर से की। वर्तमान में मोहनलाल एक महीने पहले ही हैदराबाद में जॉब जॉइन की है।
पूरण मेघवाल
पूरण मेघवाल ने ऑल इंडिया में 885वीं रैंक हासिल की है। इनके पिता बाड़मेर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष हैं। पूरण का दूसरे इंटरव्यू के दौरान चयन हुआ है। इनकी प्राथमिक शिक्षा बाड़मेर से हुई। इसके बाद जोधपुर से बी.टेक की पढ़ाई की। उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों से मैं यूपीएससी की तैयारी कर रहा हूं।
अक्षय डोसी
अक्षय डोसी भी बाड़मेर जिले के रहने वाले हैं। अक्षय की 75वीं रैंक आई है। उन्होंने बताया कि पांचवें प्रयास में सफलता मिली। अक्षय की शुरुआती पढ़ाई बाड़मेर से ही हुई। इसके बाद 2016 में खड़गपुर से आईआईटी की हुई है। इससे पहले आईएफएस का इंटरव्यू दिया था लेकिन सिलेक्शन नहीं मिला था।
शिवांक चौधरी
शिवांक चौधरी राजस्थान के नागौर के रहने वाले हैं। शिवांक की 530वीं रैंक आई है। इनके पिता पेसे से ठेकेदार हैं। उन्होंने बताया कि सफलता पाने के लिए निरंतरता बहुत जरूरी है।
कृष्णा जोशी
कृष्णा जोशी ने यूपीएससी परीक्षा परिणाम में 73वीं रैंक हासिल की है। कृष्णा के पिता अनिल जोशी सरकारी वकील हैं।
मोहन मंगावा
मोहन मंगावा 551 वीं रैंक हासिल की है। मोहन के पिता हरलाल मंगावा राजस्थान में पुलिस में जाब कर रहे हैं। जिनकी ड्यूटी बिधायक हरेंद्र मिर्धा की सुरक्षा में लगी है। मोहन ने बताया कि पिता की मेहनत देखकर यूपीएससी करने की ठानी थी। इनकी शुरुआती पढ़ाई श्रीमाधोपुर में हुई। इसके बाद जयपुर से पढ़ाई की। मोहन इससे पहले भी 2019 में भारतीय नौसेना में टेक्निकल ऑफिसर के पद पर 1 साल तक जॉब कर चुके हैं। इसके बाद 2020 में नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी की।