Jaipur VIP Security Lapse: जयपुर में बुधवार (11 दिसंबर) को वीआईपी सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक देखने को मिली। पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले को एक टैक्सी ने टक्कर मार दी, जिससे एक एएसआई की जान चली गई और चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके ठीक एक घंटे बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के काफिले में सिलेंडरों से भरा ट्रक घुस गया। इन घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

पहली घटना: सीएम के काफिले को टैक्सी ने मारी टक्कर
दोपहर 3 बजे अक्षयपात्र सर्किल पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले के दौरान रॉन्ग साइड से आई एक टैक्सी ने हादसा कर दिया। टैक्सी को रोकने की कोशिश में तैनात एएसआई सुरेंद्र सिंह को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद टैक्सी ने काफिले की दो गाड़ियों को भी टक्कर मारी। इस घटना में एसीपी अमीर हसन, पुलिसकर्मी बलवान सिंह और देवेंद्र सिंह भी घायल हो गए। सुरेंद्र सिंह का इलाज के दौरान निधन हो गया।  

दूसरी घटना: उपराष्ट्रपति के काफिले में ट्रक की एंट्री
दोपहर 4:10 बजे, जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एयरपोर्ट लौट रहे थे, तभी सिलेंडरों से भरा एक ट्रक उनके काफिले में घुस गया। यह ट्रक सीतापुरा से आ रहा था और काफिले के बीच चलता रहा। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए ट्रक को रामनगरिया की तरफ मोड़ दिया। उपराष्ट्रपति लघु उद्योग भारती के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।  

एएसआई सुरेंद्र सिंह की मौत और परिवार की पीड़ा
एएसआई सुरेंद्र सिंह को सिर में गंभीर चोटें आई थीं। जयपुर के वैशाली नगर निवासी सिंह का जीवन रेखा अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। सुरेंद्र सिंह के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं। उनका अंतिम संस्कार अलवर के नीमराणा स्थित उनके पैतृक गांव काठ का माजरा में किया जाएगा।  

ड्राइवर के पास मिला UAE का पहचान पत्र
टक्कर मारने वाली टैक्सी के ड्राइवर पवन के पास यूएई का रेजिडेंट आइडेंटिटी कार्ड मिला है। जानकारी के अनुसार, पवन यूएई में ड्राइवर का काम करता था। घटना के वक्त वह छुट्टी पर था, लेकिन कार कैसे लेकर आया, यह स्पष्ट नहीं है। पवन और उसके साथी को भी चोटें आई हैं, और उनका इलाज महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है।  

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल और भविष्य की सीख
एक ही दिन में दो बार वीआईपी काफिले की सुरक्षा में चूक ने प्रशासनिक तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इन घटनाओं से सीख लेते हुए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है। वीआईपी मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक और सुरक्षा प्रबंधन में किसी भी लापरवाही की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।