Rajasthan News: दौसा में एक 50 साल की महिला की आग बुझाने के चक्कर में जिंदा जलकर मौत हो गई। यह घटना गुरुवार देर रात करीब 11 बजे की है। घटना के दौरान मृतक महिला के बेटे और बहू मौके पर ही मौजूद रहे, ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक, दौसा जिले के मानपुर थाना इलाके के कुंडेरा डूंगर गांव की भंडारया ढाणी में 50 वर्षीय महिला लाली देवी घर में सो रही थी। लेकिन देर रात सोते समय उसे लगा कि घर के बाहर आग लगी हुई है। तभी वह उठी और बिना किसी से बताए आग को बुझाने में जुट गई। लेकिन इसी दौरान आग उसकी साड़ी में लग गई। काफी देर तक आग लगी रही। वहीं कुछ समय बाद उसने आवाज लगाई।
आग में जिंदा जली महिला
महिला की आवाज सुनकर घऱ में मौजूद उसका बेटा और बहू बाहर की ओर दौड़े और आग बुझाने का प्रयास करने लगे। लेकिन तब तक आग काफी फैल चुकी थी। जिसमें महिला को जिंदा जल गई। जिसमें उसकी मौत हो गई। आग कैसे लगी अभी इसकी जानकारी नहीं है।
पुलिस ने बताया
मानपुर थाना प्रभारी सुरेश कुमार के मुताबिक महिला लाली देवी अपने बेटे पूरण मल के साथ एक घर में रह रही थी। गुरुवार की रात रात बेटा-बहू भी घर के अंदर के बने कमरे में सो रहे थे। वहीं मृतक महिला लाली देवी बरामदे के पास चारपाई पर सोई थी। जिसे देर रात करीब 11 बजे घर के बाहर आग लगने की आवाज सुनाई दी। महिला चुपचाप उठीं और दरवाजा खोलकर बाहर आ गई और उसने आग लगते देख खुद ही बाल्टी लेकर आग पर पानी डालना शुरू कर दिया। इसी दौरान लाली देवी की साड़ी में आग पकड़ ली।
जब आग काफी तेज पकड़ ली तो महिला चिल्लाई इतने में अंदर सो रही बहू भी जागकर दौड़कर घर के बाहर आई। बहू ने देखा कि सास आग में जल रही। इतने में बेटा भी घर के बाहर पहुंच गया जहां आग लगी हुई थी। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि बेटा बहू मां की जान को बचा नहीं सके। जिसमें लाली देवी की मौके पर ही मौत हो गई।
पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपी डेडबॉडी
घटना के बाद इसकी जानकारी बेटा पूरण ने देर रात मानपुर थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि लाली देवी का शव पूरी तरह जल चुका था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिकराय उपजिला अस्पताल पहुंचाया। जहां शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद डेडबॉडी परिजनों के सुपुर्द कर दी गई।