Rajasthan Teacher reservation: राजस्थान में भजनलाल सरकार ने थर्ड ग्रेड टीचर भर्ती में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की बात कही थी। जहां एक ओर इस फैसले को लेकर प्रदेश में खुशी की लहर थी, वहीं प्रदेश में कई जगहों पर इसको लेकर बवाल मचा हुआ था।
राजस्थान में आरक्षण के मामले को लेकर युवाओं ने काफी प्रदर्शन भी किया। जिस पर भजनलाल सरकार ने अपने निर्णय में बदलाव किया है। इससे तैयारी करने वाले युवाओं को राहत मिलेगी। प्रदेश के युवाओं में खुशी की लहर चल पड़ी। हालांकि कुछ युवा अभी भी इस फैसले से नाखुश दिखाई दे रहे हैं।
सरकार ने फैसले को लिया वापस
भजनलाल सरकार ने विरोध के बाद अपने फैसले में बदलाव करते हुए कहा कि आरक्षण केवल लेवल-1 की महिलाओं को ही दिया जाएगा। इससे चयनित महिलाएं कक्षा 1-5 के बच्चों का आसानी पढ़ा सकेंगी। सरकार द्वारा इस निर्णय के बाद भी युवाओं ने अपने विरोध को जारी रखा है।
पूरे प्रदेश में हुआ था विरोध
बता दें, इस मामले को लेकर युवाओं ने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया था। उनका कहना था कि यदि सरकार हमारी बात नहीं मानी तो देश व्यापी आंदोलन करेंगे। हालांकि अब सरकार के इस फैसले से युवाओं ने अपने प्रदर्शन को कम कर दिया है। जिसको लेकर कुछ युवा अब सरकार का आभार भी जता रहे हैं, उनका कहना है कि हमारी बातों को सुना गया। लेकिन रविवार से फिर विरोध के सुर देखने को मिल रहे हैं।
केवल लेवल-1 को ही मिलेगी राहत
सरकार ने केवल लेवल-1 को ही ये राहत प्रदान की है। इसकी मुख्य वजह ये है कि छोटे बच्चों को केवल महिलाएं ही अच्छे से शिक्षा दे सकती हैं। सरकार का कहना है कि उनमें सहनशीलता ज्यादा होती है, इसलिए वे बच्चों को प्यार से पढ़ाने-लिखाने में परफेक्ट रहेंगी।
सीएम को खून से लिखा खत
युवाओं ने राजस्थान सरकार का महिला शिक्षक भर्ती आरक्षण को लेकर विरोध किया है। वहीं एक अभ्यर्थी ने खून से सीएम के नाम खत लिखा है। छात्र ने महिला आरक्षण के विरोध में इच्छामृत्यु की मांग की है।