172 छात्राओं ने कॉलेज हॉस्टल छोड़ा: ग्रेटर नोएडा में आधी रात को लड़कियों की दहलीज पर 'अनजान' दस्तक से फैली दहशत

Greater Noida: बादलपुर स्थिति कॉलेज की छात्राओं ने सोमवार को कैंपस में विरोध-प्रदर्शन किया, पिछले कुछ दिनों में कई अज्ञात लोग रात को उनके दरवाजे खटखटा चुके हैं।;

Update: 2024-10-02 10:56 GMT
Km Mayawati Govt Girls Polytechnic Badalpur
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Greater Noida: ग्रेटर नोएडा स्थित एक कॉलेज के गर्ल्स होस्टल में आधी रात को लड़कियों के कमरों के दहलीज पर 'अनजान' दस्तक से दहशत का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 172 से ज्यादा छात्राएं हॉस्टल छोड़कर घर लौट चुकी हैं। दहशत में जी रही इन छात्राओं ने सुरक्षा इंतजाम को दुरुस्त करने के लिए कई बार प्राचार्य से शिकायत की, लेकिन अब तक अज्ञात लोगों के खिलाफ कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में छात्राओं ने हॉस्टल खाली करना ही उचित समझा।    

आधी रात को छात्राओं के कमरों के दरवाजे खटखटाए

  • एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बादलपुर स्थित कुमारी मायावती गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज (Km Mayawati Govt Girls Polytechnic Badalpur) में रात को अज्ञात युवकों का एक ग्रुप घुसपैठ करता है। पिछले रविवार को भी ऐसी एक वारदात हुई थी, जब 25 से 40 साल उम्र वाले कुछ लोग गर्ल्स हॉस्टल के आसपास घूमते नजर आए थे और उन्होंने कई लड़कियों के कमरों के दरवाजों पर दस्तक दी। 
  • इस घटना के बाद सोमवार को कॉलेज में छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने पिछले पुरुषों के बार-बार हॉस्टल में घुसने और लड़कियों के लिए असुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। लेकिन इस बार की घटना ने छात्राओं के बीच और ज्यादा खौफनाक माहौल तैयार कर दिया है, जब इन लोगों ने आधी रात को सीधे उनके कमरों के दरवाजे खटखटाए।

हॉस्टल छोड़ चुकी छात्राओं ने बताई आपबीती
गर्ल्स हॉस्टल छोड़ने वाली फर्स्ट ईयर स्टूडेंट ने बताया, "हम सब डर गए थे क्योंकि हमने देखा कि वे पुरुष, जिनकी उम्र करीब 25 से 40 साल के बीच थी, खिड़कियों से झांक रहे थे। जब हम चिल्लाए और मदद के लिए पुकारा, तो कोई सुनने वाला नहीं था।" यह छात्रा सोमवार को अपने घर गोरखपुर लौट गई। सेकंड ईयर की एक अन्य छात्रा भी अपने घर अलीगढ़ लौट गई। उसने बताया कि आधी रात को अनजानों की दस्तक से खौफजदा लड़कियां रात में बाथरूम तक जाने से कतराती हैं।

'सुरक्षा के लिए 12 गार्ड चाहिए, लेकिन हैं सिर्फ चार'
कॉलेज के प्राचार्य श्याम नारायण सिंह का कहना है कि जब कॉलेज शुरू हुआ तो सिर्फ एक हॉस्टल था, लेकिन अब कैंपस बड़ा हो चुका है और सुरक्षा के लिए कम से कम 12 गार्ड्स और हॉस्टल वार्डन की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, "कॉलेज की शुरुआत 2002 में हुई थी, तब से सिर्फ 4 सिक्योरिटी गार्ड की पोस्ट हैं। इससे दिन और रात में 2-2 गार्ड तैनात रहते हैं। अगर उनमें से कोई छुट्टी पर चला जाता है, तो सिक्योरिटी मैनेजमेंट मुश्किल हो जाता है।"

छात्राओं ने रात को ड्रोन दिखने का भी किया दावा
कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, कैंपस में 16 सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान है, लेकिन अब तक केवल 10 कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से सिर्फ 6 चालू हालत में हैं। इसके अलावा छात्राओं ने बताया कि हाल के हफ्तों में उन्होंने परिसर में ड्रोन भी देखे हैं, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गईं।

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