Digital Arrest Scam: देश में आए दिन डिजिटल अरेस्ट के जरिए जालसाजी और लोगों से पैसे ऐंठने के मामले सामने आ रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी के ऐसे ही एक मामले में सरकारी स्कूल टीचर की जान चली गई। मामला उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का है। यहां रहने वाली 58 वर्षीय शिक्षिका को सोमवार को एक वॉट्सऐप वायस कॉल (WhatsApp Fack Call) आया, जिसमें साइबर क्रिमिनल ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि तुम्हारी बेटी देह व्यापार मामले में पकड़ी गई है। फर्जी कॉल से टीचर इतनी दहशत में आ गई कि हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।
टीचर को परिवार की बदनामी का डर दिखाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतका आगरा के अछनेरा स्थित एक सरकारी स्कूल में पढ़ाती थीं। टीचर के बेटे ने बताया कि सोमवार दोपहर को वॉट्सऐप कॉल आई और सामने वाले शख्स ने मां से एक लाख रुपए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने को कहा, ताकि बेटी सुरक्षित घर लौट सके और किसी भी तरह का केस दर्ज न हो। कॉलर ने यह भी कहा कि वह इस मामले को छिपाने के लिए फोन कर रहा है, ताकि परिवार को सार्वजनिक अपमान और कानूनी मुश्किलों का सामना न करना पड़े।
कॉलर ने खुद को बताया था पुलिस अफसर
टीचर की मौत का कारण एक फर्जी फोन कॉल बना, जिसमें उनकी बेटी के देह व्यापार में फंसने का झूठा दावा किया गया। यह घटना सोमवार की है, जब टीचर को व्हाट्सऐप पर एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कहा कि उनकी कॉलेज जाने वाली बेटी देह व्यापार में पकड़ी गई है।
+92 कोड वाले नंबर से से आया था वॉट्सऐप कॉल
टीचर के बेटे ने आगे बताया- " इस कॉल के बाद मेरी मां बुरी तरह घबरा गईं और उन्होंने मुझे फोन किया। मैंने कॉल करने वाले का नंबर लिया और जब देखा तो उसमें +92 का इंटरनेशनल कोड था, जो आमतौर पर पाकिस्तानी नंबरों के आगे जुड़ा होता है। मैंने मां को बताया कि यह एक स्कैम कॉल है, इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है, लेकिन वह बहुत घबराई हुई थीं और उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई।''
स्कूल से घर लौटने पर सीने में दर्द उठा और मौत!
टीचर के बेटे ने कहा- ''मैंने मां को भरोसा दिलाया कि मेरी बहन से बात हुई है, वह कॉलेज में सुरक्षित है। सारी स्थिति साफ करने पर भी मां की तबीयत लगातार बिगड़ती गई। स्कूल से लौटने के बाद उन्हें सीने में दर्द हुआ। हमने उन्हें थोड़ा पानी पिलाया, लेकिन उनकी हालत और बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।"
परिवार ने आगरा पुलिस को दी शिकायत, जांच जारी
ACP मयंक तिवारी ने बताया कि पीड़ित परिवार ने गुरुवार को मामले में शिकायत दर्ज कराई गई। जिसमें बताया कि टीचर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। पति ने कहा कि पत्नी को अनजान नंबर से ऑनलाइन कॉल आई थी, जिसमें उनकी बेटी के देह व्यापार में फंसने की बात कही गई और कॉलर ने 1 लाख रुपए की डिमांड की। इस वजह से वह घबराईं और घर लौटने के कुछ ही मिनटों बाद उनकी मौत हो गई। मंगलवार को टीचर का अंतिम संस्कार होने के बाद अब पुलिस को शिकायत मिली है। कॉलिंग स्कैम की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
साइबर अपराधियों से घबराने की जरूरत नहीं
अगर आपके पास भी इस तरह की फर्जी कॉल आए तो साइबर अपराधियों से बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। फर्जी ऑनलाइन कॉलर लोगों के इसी डर का फायदा उठाकर उन्हें जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं, जिनका मकसद सिर्फ यूजर्स से पैसे ऐंठना होता है। किसी भी अनजान खाते में पैसे ट्रांसफर न करें। सबसे पहले आसपास मौजूद किसी जानकार और थाने में संपर्क करें और इसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराएं।