Agra Taj Mahal: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक महिला सावन के दूसरे सोमवार कांवड़ लेकर ताजमहल के गेट पर पहुंच गई। बोली-ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने के लिए आई हूं। महिला ने ताजमहल को भगवान भोलेनाथ मंदिर बताया। हालांकि, सुरक्षा जवानों ने महिला को बैरियर के पास रोक दिया है। 

सावन के महीने में शिव आराधना का उल्लास देखते ही बनता है। यूपी-बिहार सहित पूरे उत्तर भारत में बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगाजल लेकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन आगरा की मीना राठौर कासगंज के सोरो से कांवड़ लेकर ताजमहल पहुंच गई। सोमवार सुबह 6 बजे कांवड़ के साथ वह ताजमहल के पश्विमी गेट पर पहुंची तो पुलिस ने बैरियर के पास रोक लिया। 

महिला बोली-ताज महल प्राचीन शिव मंदिर 
मीना राठौर ने पुलिस को बताया कि ताजमहल प्राचीन शिव मंदिर है। जिसका नाम तेजो महालय था। इसलिए वह ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने के लिए आई हैं। महिला ने कहा, यह हमारी आस्था का सवाल है। भगवान भोले नाथ ने मुझे बुलाया है। 

मामने को तैयार नहीं महिला 
पुलिसकर्मियों ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन महिला मानने को तैयार नहीं है। वह अपनी जिद पर अड़ी है। कहती है कि ताजमहल में कांवड़ चढ़ाकर ही जाएगी। दो घंटे से वह कांवड़ लेकर बैरियर पर खड़ी है। 

ताज महल और तेजो महालय का विवाद पुराना
दरअसल, ताजमहल में शिव मंदिर होने का दावा कुछ हिंदूवादी संगठन भी करते हैं। ताज महल और तेजो महालय का विवाद पुराना है। इसे लेकर कोर्ट में याचिका भी दायर है। पिछले दिनों आगरा में भी एक वाद दायर हुआ है। हिंदूवादी संगठन ताजमहल को शिव मंदिर मानते हुए घाट में आरती करते हैं। सोमवार को कांवड़ लेकर आई महिला के बारे में पता चला तो यह हिंदूवादी लोग उसके समर्थन में पहुंच गए। संजय जाट ने बताया, कांवड़ लाने वाली महिला हिंदू महासभा की पदाधिकारी है। वह ताजमहल में पूजा अर्चना करेंगी।