पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शनिवार को लखनऊ स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में रालोद और बसपा से आए नेताओं को सदस्यता दिला रहे थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने विधायक इरफान सोलंकी के यहां पड़े छापों और सीबीआई के नोटिस पर सवाल उठाया तो अखिलेश ने ED-CBI की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, विपक्ष के नेताओं को परेशान किया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी ने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के अधिकार छीने हैं। कुलपति नियुक्त किए, लेकिन इनमें कितने पीडीए हैं? उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में पीडीए का कोई व्यक्ति ऊंचे पद पर तैनात ही नहीं है। भाजपा सरकार ने पीडीए परिवारों को धोखा दिया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, इसके लिए उन्हें धन्यवाद। अखिलेश ने कहा, 2024 का लोकसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है। सम्मान बचाने का चुनाव है। अखिलेश ने इस दौरान नारा दिया है कि भाजपा हटाओ एमएसपी की कानूनी गारंटी पाओ। भाजपा हटाओ नौकरी पाओ।
इस दौरान अखिलेश ने भाजपा छोड़कर आए डॉ सीताराम राजपूत आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लतेश विधूड़ी, परवेज आलम, बसपा के इलियास अंसारी, पूर्व विधायक सुभाषचंद्र श्रीवास्तव, हरदोई के तिलकचंद्र वर्मा, मदन गौतम और सुबोध यादव को सपा की सदस्यता दिलाई।