Lal Topi: CM योगी आदित्यनाथ के 'लाल टोपी' वाले बयान पर यूपी में सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने CM योगी के बयान पर पलटवार किया है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि CM योगी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हार के सदमे से नहीं उभर पा रहे हैं। इसलिए उन्हें हर जगह लाल दिख रहा।
लाल रंग को समझना होगा
अखिलेश यादव ने कहा कि जब सदमा लग जाता है तो लोग भी कुछ कहते हैं... लाल रंग को समझना होगा। यह लाल रंग क्रांति का है, मेल-मिलाप का है... लाल रंग भाव का है। हमारे मुख्यमंत्री भावनाओं को नहीं समझ सकते हैं। ये टोपी उन लोगों के काम भी आ सकती है जो गंजे हों। अखिलेश ने कहा कि हमारा लाल रंग खुशी, त्योहार का है। आखिर इस रंग से नाराजगी क्या है? महंगाई और बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। मुख्यमंत्री इस पर नहीं बोलेंगे। उन्हें सिर्फ लाल रंग दिख रहा है।
नजरिया अच्छा बुरा होता है
अखिलेश यादव ने इससे पहले सोशल मीडिया पर Tweet कर लिखा है कि कोई रंग अच्छा बुरा नहीं होता, नजरिया अच्छा बुरा होता है। रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता होता है। यदि कोई रंग किसी को विशेष रूप से प्रिय लगता है, तो इसके विशेष मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं। यदि किसी रंग को देखकर कोई भड़कता है, तो उसके भी कुछ नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं।
सांड भी लाल रंग देखकर भड़कता है
अखिलेश ने एक्स पर लिखा है कि लाल रंग मिलन का प्रतीक होता है। जिनके जीवन में प्रेम-मिलन, मेल-मिलाप का अभाव होता है, वे अक्सर इस रंग के प्रति दुर्भावना रखते हैं। लाल रंग शक्ति का धारणीय रंग है, इसलिए कई पूजनीय शक्तियों से इस रंग का सकारात्मक संबंध है, लेकिन जिन्हें अपनी शक्ति ही सबसे बड़ी लगती है, वे लाल रंग को चुनौती मानते हैं। अखिलेश ने कहा कि इसी संदर्भ में यह मनोवैज्ञानिक मिथक भी प्रचलित हो चला कि इसी कारण शक्तिशाली सांड भी लाल रंग देखकर भड़कता है।
योगी ने कानपुर में दिया था बड़ा बयान
सीएम योगी ने गुरुवार को कानपुर में अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। सीएम ने कहा था कि सपा वालों का काले कारनामों से इतिहास भरा पड़ा है। लाल टोपी वाले लोग काले कारनामों के लिए ही जाने जाते हैं, लेकिन अब कानून व्यवस्था कैसी होने चाहिए, यह यूपी तय करता है।