UP News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। यह परिक्रमा 9 नवंबर को अक्षय नवमी से शुरू होती है। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार हो रही इस यात्रा में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। यात्रा के दौरान परेशानी न हो इसके लिए योगी सरकार ने जरूरी इंतजाम किए हैं। 

गत वर्ष शामिल हुए 25 लाख श्रद्धालु
अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा के साथ पंचकोसी परिक्रमा भी होती है। यह परिक्रमा 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी के दिन शुरू होती है। पिछली बार इन दोनों परिक्रमा में 25 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस बार श्रद्धालुओं की यह संख्या बढ़ सकती है।  

भोजन-पानी और चिकित्सा सेवा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोजन-पानी और चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी में जुटी है। इस दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं। परिक्रमा मार्ग का ट्रैफिक डाइवर्ट कर सुरक्षा के लिहाजा से जगह-जगह बैरीकेडिंग की गई है। 

राम मंदिर ट्रस्ट भी करेगा इंतजाम 
अयोध्या जिला प्रशासन ने बताया कि तैयारियां 7 नवंबर तक पूरी कर ली जाएंगी। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। परिक्रमा में रोजाना लगभग 1.5 लाख श्रद्धालुओं के राममंदिर में दर्शन करने आएंगे। 

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14 कोसी परिक्रमा धार्मिक महत्व 
14 कोसी परिक्रमा सरयू तट से शुरू होती है और इसके चारों ओर के मार्गों से गुजरती है। करीब 42 किलोमीटर की यह परिक्रमा बेहद खास है। राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया, अयोध्या प्रभु राम की जन्मस्थली है। भगवान विष्णु ने यहां अवतार लिया था। यहां तमाम मठ-मंदिर हैं। बजरंग बली अयोध्या में राजा के रूप में विराजमान हैं। अयोध्या की परिक्रमा करने से समस्याओं से मुक्ति मिलती है। 

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