Ayodhya Ram Lalla Murti First Photos: अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से तीन दिन पहले शुक्रवार को रामलला की नई तस्वीर सामनें आई है। इसमें नजर आ रहा है कि प्रतिमा का शृंगार कर दिया गया है। रामलला के सिर पर स्वर्ण मुकुट सजा नजर आ रहा है। श्रीराम के कान में कुंडल, गले में हार और  हाथों में साेने का धनुष और बाण नजर आ रहा है।  प्रतिमा को राम मंदिर के अभिषेक समारोह के अनुष्ठानों की श्रृंखला में गर्भगृह में मकराना पत्थरों से बने सिंहासन पर स्थापित किया गया है। मूर्ति, उसका आभामंडल, मनोहारी बाल स्वरूप ऐसा है कि कोई भी मोहित हो जाए। मूर्ति के डिजाइन की जटिलता मूर्तिकार के स्वप्न और उसकी मेहनत का बखान करती है। 

आभामंडल पर भगवान विष्णु के 10 अवतार और भक्त हनुमान
5 साल के रामलला के चारों तरफ एक आभामंडल है। सिर पर सूर्य विरामान हैं। आभामंडल के नीचे प्रभु राम के अनन्य भक्त हनुमानजी की प्रतिमा उकेरी गई है। भगवान विष्णु के 10 अवतार और सनातन धर्म के प्रतीक चिन्ह बनाए गए हैं। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला की आंखों पर बंधी पट्टी को खोलेंगे। साथ ही सोने की सलाई से काजल लगाएंगे। इसके बाद रामलला को उनका चेहरा दिखाने के लिए शीशा दिखाया जाएगा। 

दाहिने हाथ से आशीर्वाद देंगे रामलला
रामलला को कमल के आसन पर विराजमान किया गया है। उनके बाएं हाथ में धनुष बाण होगा। हालांकि अभी उनका ये हाथ खाली है। दाहिने हाथ से वे भक्तों को आशीर्वाद देंगे। सिर पर सोने का मुकुट पहनाया जाएगा। इससे पहले गुरुवार की देर शाम राम लला की मूर्ति के फोटो साझा हुए थे, लेकिन सफेद कपड़े से ढकी हुई दिखाई दे रही थी।

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अरुण योगीराज ने बनाई है मूर्ति
मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की मूर्ति को गुरुवार तड़के मंदिर में लाया गया। प्रतिष्ठा समारोह से जुड़े पुजारी अरुण दीक्षित ने बताया कि गुरुवार दोपहर को राम लल्ला की मूर्ति को गर्भगृह में रखा गया। मंदिर के निर्माण की देखरेख करने वाली संस्था श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, यह प्रार्थना मंत्रोच्चार के बीच किया गया।

देखिए रामलला के 4 ताजा फोटो

रामलला के चारों ओर एक आभामंडल है। जिस पर दाएं से बाएं भगवान विष्णु के 10 अवतारों के दर्शन मिलेंगे। इनमें मत्स्य, वराह, कूर्म, वामन, नरसिंह, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार शामिल हैं। 
आभामंडल पर स्वास्तिक, ओम, चक्र, गदा जैसे धार्मिक चिह्न बनाए हैं। मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है। मूर्ति का वजन करीब 200 किलो बताया जा रहा है।
रामलला की प्रतिमा 37 साल के अरुण योगीराज ने तैयार की है। वे कर्नाटक के रहने वाले हैं। वो​​​​​ ​मैसूर महल के कलाकारों के परिवार से आते हैं।
राम मंदिर के गर्भगृह के लिए रामलला की 3 प्रतिमाएं बनवाई गई थीं। तीनों में एक का चयन हुआ। एक प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित कर दी गई है। बाकी की दो प्रतिमाएं भी मंदिर में स्थापित की जाएंगी। 

23 जनवरी से जनता को मिलेगा दर्शन
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उडुपी पेजावर मठ के ट्रस्टी श्री विश्वप्रसन्ना तीर्थ ने कहा कि मूर्ति 22 जनवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 'अभिजीत मुहूर्त' में मंदिर में स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से उद्घाटन के दिन केवल आमंत्रित अतिथियों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। 22 जनवरी को राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के बाद अगले दिन 23 जनवरी को मंदिर जनता के लिए खोला जाएगा।