Ayodhya Ram Mandir News Updates: अयोध्या राममय है। जिस घड़ी का इंतजार रामानुज श्रद्धालु सैकड़ों साल से कर रहे हैं, वह पल जल्द आने वाला है। 22 जनवरी को भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजेंगे। ऐसे में सबके मन में एक ही सवाल है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम की मूर्ति कैसे होगी? तो इसका जवाब आज मिल सकता है। ANI के मुताबिक, भव्य मंदिर के गर्भगृह के अंदर स्थापित की जाने वाली भगवान राम लला की मूर्ति पर फैसला करने के लिए शुक्रवार को वोटिंग होगी। वोटिंग श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में होगी।
सूत्रों ने कहा कि अलग-अलग मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए तीनों डिजाइनों को मेज पर रखा जाएगा। जिस एक मूर्ति को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे 22 जनवरी को मंदिर के अभिषेक के समय स्थापित किया जाएगा। बुधवार को ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा था कि भगवान राम की पांच साल पुरानी राम लला को प्रतिबिंबित करने वाली 51 इंच ऊंची मूर्ति को तीन डिजाइनों में से चुना जाएगा। जिस मूर्ति में सबसे ज्यादा दिव्यता होगी, उसे चुना जाएगा।
अयोध्या धाम की सफाई में जुटे डिप्टी सीएम केशव मौर्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के उद्घाटन से पहले 30 दिसंबर को अयोध्या के दौरे पर रहेंगे। वे एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सफाई अभियान चलाया। केशव मौर्य ने कहा कि जहां जन्मे प्रभु श्री राम, स्वच्छ रहे अयोध्या धाम। इस उद्देश्य के साथ भाजपा कार्यकर्ता, मेयर और अन्य अधिकारियों के साथ अयोध्या को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया है। हम राम सेवक हैं।
तीन चरणों में होगा मंदिर का निर्माण
श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार को जिले के शीर्ष अधिकारी के साथ राम जन्मभूमि पथ और परिसर पर चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि निर्माण के काम में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी आने वाले हैं तो जल्दबाजी में हो रहा है।
उन्होंने बताया कि मंदिर का निर्माण तीन चरणों में होगा। पहला चरण दिसंबर 2023 में पूरा हो जाएगा। दूसरा चरण जनवरी में शुरू होगा। तीसरे चरण में जटिल काम होना है।
16 जनवरी से शुरू होगा अनुष्ठान
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले 16 जनवरी से सात दिवसीय अनुष्ठान शुरू होगा।
- 16 जनवरी: सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान, भगवान विष्णु की पूजा और गायों को प्रसाद दिया जाएगा। यह पूरा काम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से आयोजित किया जाएगा।
- 17 जनवरी: भगवान राम की बाल स्वरूप (राम लला) की मूर्ति को नगर भ्रमण कराया जाएगा। मंगल कलश में सरयू जल लेकर श्रद्धालु राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे।
- 18 जनवरी: भगवान गणेश, मां अंबिका और वास्तु पूजा होगी।
- 19 जनवरी: पवित्र अग्नि जलाई जाएगी, इसके बाद 'नवग्रह' की स्थापना और 'हवन' किया जाएगा। गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से शुद्ध किया जाएगा।
- 21 जनवरी: भगवान राम की मूर्ति को स्नान कराया जाएगा।
- 22 जनवरी: दोपहर में भगवान रामलला के विग्रह को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।