Ayodhya Ram temple: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस-प्रशासन स्थिति नियंत्रित करने के लिए कई बसों का आवागमन रोकना पड़ा। आसपास के जिलों में एनाउंसमेंट कराया गया कि श्रद्धालु आज अयोध्या न जाएं। आरती के बाद मंदिर के पट एक घंटे पहले खोले गए। इसके बाद भी स्थिति नियंत्रित नहीं हुई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रमुख सचिव खुद लखनऊ से चलकर अयोध्या पहुंचे। यहां स्थानीय अफसरों से चर्चा कर सुरक्षा बल बढ़ाने के निर्देश दिए। इधर, भीड़भाड़ के चलते मंदिर से लेकर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन तक हजारों श्रद्धालु परेशान होते रहे।
अयोध्या में मंगलवार दोपहर 3 बजे तक 2.5 लाख से 3 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन कर चुके थे। प्रशासन ने बताया कि लगभग इतनी ही संख्या में रामभक्त दर्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं। हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रमुख सचिव खुद अयोध्या पहुंचे। और अलग अलग प्वाइंट के लिए आठ कार्यपालिक अधिकारी नियुक्त कर आठ हजार से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। दोपहर बाद विभिन्न शहरों से आने वाली यात्री बसों व भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। ताकि, रामभक्तों की भीड़ नियंत्रित की जा सके।
दरअसल, मंगलवार को अलसुबह ही बड़ी संख्या में रामभक्त अयोध्या दर्शन के लिए पहुंच गए थे। सुबह 4 बजे मंगला आरती के लिए जैसे ही पट खुले जयकारे लगाते हुए श्रद्धाुल आगे बढ़ने लगे। भीड़ ज्यादा होने के चलते धक्का मुक्की होने लगी। पुलिस जवानों ने समझाइश दी, लेकिन हालत नियंत्रित नहीं हो पा रहे थे, जिस कारण सुरक्षा बलों के जवान बुलाए गए। पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और क्रमबद्ध तरीके से दर्शन करने की उद्घोषण करने लगे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी, जिस कारण यात्री बसों का प्रवेश रोकना पड़ा। लखनऊ जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने रामभक्तों को समझाइश देते हुए कहा, सभी लोग धैर्य बनाए रखें। लोगों की संख्या ज्यादा है, इसलिए लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। सभी को दर्शन कराया जाएगा।
डायवर्ट किए गए भारी वाहन
लखनऊ जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि अयोध्या में मंगलवार की सुबह सुबह ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए थे। दर्शन पूजन के कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए गए। हालात नियंत्रण में होते नहीं दिखे तो भारी वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है। ताकि, जो श्रद्धालु पहले से पहुंच गए हैं, उन्हें रामजी के दर्शन में किसी प्रकार की परेशानी न हो।