Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों की जानकारी देते हुए स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अयोध्या में ऐसी जगह जहां श्रद्धालुओं की संख्या में ज्यादा रहनी है, वहां पर पुलिस जवान अलग ड्रेस कोड में तैनात रहेंगे। जहां श्रद्धालु दर्शन करेंगे. वहां सभी पुलिसकर्मी बिना हथियार के तैनात होंगे। हथियार के साथ पुलिसकर्मी पुलिस की वर्दी में होंगे। हमने तकनीक को भी शामिल किया है और कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। कुछ प्रशिक्षु आईपी अधिकारी भी अलग-अलग राज्यों से आए हैं। विभिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग अयोध्या आएंगे और उनके सहज अनुभव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। 

मुख्य समारोह से पहले 11,000 जवान तैनात 
IG रेंज प्रवीण कुमार ने बताया, सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को रेड और येलो जोन में बांटा गया है। इसी अनुसार जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11,000 जवान मुख्य समारोह से पहले ही तैनात कर दिए गए हैं। तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एडिशनल एसपी, 82 डीएसपी , 90 निरीक्षक और 1000 से अधिक आरक्षी व चार कंपनी पीएसी वीआईपी सुरक्षा के लिए तैनात की गई हैं। पुलिस बल अभी बढ़ाया जा रहा है। अन्य जिलों के 100 से अधिक डीएसपी, 325 निरीक्षकों व 800 उपनिरीक्षकों को अयोध्या में बुलाया गया है। 

सरयू नदी के तट पर NDRF व SDRF के जवान
अयोध्या में जमीन से लेकर आसमान तक और सरयू नदी के तटों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। अत्याधुनिक तकनीक की भी मदद ली जा रही है। सरयू नदी व उसके घाटों पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल के जवानों को मुस्तैद किया गया है। आमंत्रित श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बार कोडिंग की गई है। जीआरपी के जवानों को विशेष प्रक्षिण दिलाया गया है। ताकि, अतिथियों के साथ उनका व्यवहार कुशल हो। 250 पुलिस गाइड भी तैनात किए गए हैं। जीआरपी के अलावा भी कुछ पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। 
 
Ayodhya Ram Mandir
धरती से आसमान तक हाईटेक सुरक्षा इंतजाम 
अयोध्या में हाईटेक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। शहर के निजी प्रतिष्ठानों व मकानों में लगे 1500 सीसीटीवी कैमरों को आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) से जोड गया है। साथ ही 10,715 जगह एआई आधारित बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं। ताकि, संदिग्धों की पहचान की जा सके। इन सक्रीन्स को आईटीएमएस से जोड़ा गया है। इसके अलावा 12 एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव किए गए हैं। जो 5 किमी की परिधि में उड़ने ड्रोन को लोकेट कर निष्क्रिय कर देंगे। ओएफसी लिंक कैमरे भी लगाए गए हैं।