तालिबानी सजा: दलित बच्चों को जमकर पीटा, सिर मुंडवाकर कालिख से लिखा-चोर, हाथ बांधकर गांव में घुमाया

उत्तरप्रदेश के बहराइच में गेहूं चोरी के शक में 3 दलित बच्चों को तालिबानी सजा दी गई। पहले पीटा। सिर मुंडवाकर कालिख पोती। सिर-चेहरे पर लिख दिया-चोर। हाथ बांधकर गांव में घुमाया।;

Update: 2024-10-10 07:09 GMT
Azamgarh Crime News
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Bahraich Crime News: बहराइच में बर्बरता का मामला सामने आया है। गेहूं चोरी के शक में 3 दलित बच्चों को तालिबानी सजा दी गई। पहले जमकर पीटा। सिर मुंडवाकर चेहरे पर कालिख पोती। सिर-चेहरे पर लिख दिया-चोर। हाथ बांधकर पूरे गांव में घुमाया। बच्चे हाथ जोड़कर छोड़ देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन हैवानों ने नहीं छोड़ा। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। घटना कोतवाली नानपारा के ताजपुर टेडिया गांव की है। 

जानें पूरा मामला 
ताजपुर टेडिया गांव के निवासी नाजिम के फार्महाउस से गंडासा और गेहूं की चोरी हो गई थी। नाजिम ने अपने मित्र कासिम और इनायत को बुलाया। चोरी के शक में गांव के तीन बच्चों को जबरन पकड़कर मुर्गी फार्महाउस ले गए। फार्महाउस में बच्चों को लात-घूसों से पीटा। हाथ रस्सी से बांध दिए। मुंह पर कालिख पोत दी और आधे सिर के बाल काट दिए। फिर पूरे गांव में घुमाया। 

परिजनों की शिकायत पर तीन गिरफ्तार 
बच्चों के साथ हुई बर्बरता की जानकारी जैसे ही परिजनों को मिली तो वे तुरंत वहां पहुंचे और विनती करके बच्चों को लोगों के चंगुल से मुक्त कराया। इन बच्चों की उम्र 10 से 14 साल के बीच थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने SC-ST में मुकदमा दर्ज किया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप 
बच्चों के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनके बच्चों ने एक साल तक मुर्गी फार्म पर काम किया था। पांच दिन पहले ही उन्होंने वहां काम छोड़ दिया था। इसी बात से नाराज होकर संचालकों ने उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर इस घटना को अंजाम दिया। बच्चों के साथ हुई मारपीट और बर्बरता की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं।  

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