Bahraich Violence:उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले हफ्ते दुर्गा पूजा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और कई जगहों पर हिंसा हुई। पुलिस ने अब तक 87 लोगों को गिरफ्तार किया है और लगभग 1000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद तनाव
13 अक्टूबर को महाराजगंज इलाके में दुर्गा पूजा जुलूस के दौरान लाउड म्यूजिक को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद राम गोपाल मिश्रा को गोली मार दी गई। एक वीडियो में देखा गया कि उन्होंने एक घर की छत से हरे झंडे को हटाकर भगवा झंडा लगाया। इसके तुरंत बाद उन्हें गोली मार दी गई। इस घटना के बाद इलाके में हिंसा और आगजनी की घटनाएं होने लगीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार से मुलाकात की और न्याय का भरोसा दिलाया। इसके बाद, इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए। चार दिनों तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद रखी गईं।
मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर
राम गोपाल मिश्रा की हत्या के मामले में दो मुख्य आरोपी, सरफराज और तालीम, पुलिस एनकाउंटर में घायल हो गए। ये दोनों नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। एनकाउंटर के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
दुकानदारों में डर, बुलडोजर चलने का खतरा
हिंसा के बाद इलाके में बुलडोजर की कार्रवाई की आशंका बढ़ गई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने 23 दुकानों को खाली करने के नोटिस दिए हैं, जिनमें से 20 मुस्लिम दुकानदारों की हैं। दुकानदार अपनी दुकानें खाली कर रहे हैं और सामान को सुरक्षित निकाल रहे हैं। हिंसा में कई दुकानें और वाहन जलाए गए थे।
परिवार को सरकार ने दी आर्थिक मदद
राम गोपाल मिश्रा के परिवार ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था और पुलिस से न्याय की मांग की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवार से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिवार को आर्थिक मदद, घर और आयुष्मान कार्ड भी दिया गया है। परिवार ने मांग की है कि उनके बेटे के हत्यारों को भी उसी अंजाम तक पहुंचाया जाए।