Google Map accident Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में रविवार (24 नवंबर) को दर्दनाक हादसा हुआ। GPS (गूगल मैप) के सहारे यात्रा कर रहे कार सवार 3 लोग पुल से नीचे गिरे और मौत हो गई। पुलिस-प्रशासन ने मामले में सोमवार (25 नवंबर) को बड़ी कार्रवाई की है। नायब तहसीलदार ने दातागंज कोतवाली में PWD की लापरवाही मानते हुए 4 इंजीनियरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। गूगल के क्षेत्रीय प्रबंधक और अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ भी केस दर्ज कराया है। हादसे के बाद प्रशासन ने पुल पर अस्थाई दीवार बनाकर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
जानें कब और कैसे हुआ हादसा
मैनपुरी के कौशल, फर्रुखाबाद के विवेक कुमार और अमित शादी में शामिल होने बरेली जा रहे थे। कार सवार गूगल मैप से रास्ता देखते हुए चल रहे थे। बदायूं के समरेर को फरीदपुर से जोड़ने वाले रामगंगा पर बने अधूरे पुल पर कार सवार चढ़ गए। रविवार तड़के कोहरे के कारण कार सवारों को अधूरा ब्रिज दिखाई नहीं दिया। ब्रिज पर न तो कोई बैरिकेड था, न ही चेतावनी बोर्ड। कार चालक खतरा भांप नहीं पाए और अधूरे पुल से कार 50 फीट नीचे गिर गई। हादसे में तीनों की मौत हो गई।
इन अफसरों पर कराई FIR
हादसे के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर, तमाम अधिकारी नियमों का हवाला देकर एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने लगे। इस बीच कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने मामले में संज्ञान लिया और लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। कमिश्नर के निर्देश पर नायाब तहसीलदार छविराम ने PWD के सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ, सहायक अभियंता अभिषेक कुमार, अपर अभियंता संजय गंगवार और अपर अभियंता महाराज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया है। साथ ही गूगल के क्षेत्रीय प्रबंधक समेत पांच अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ भी FIR कराई गई है।
इस लापरवाही के कारण दर्ज कराई FIR
पुल की सड़क के दोनों ओर मजबूत अवरोधक, बैरिकेडिंग, रिफलेक्टर बोर्ड और सड़क के कटे होने का कोई सांकेतिक बोर्ड नहीं लगवाया। पुल के रास्ते को महज एक पतली दीवार से बंद कर दिया, जिसे अज्ञात लोगों ने पहले ही तोड़ दिया था। कोई अवरोधक न होने के कारण गूगल मैप भी रास्ते को सही दिखा रहा था। यही कारण था कि हादसा हो गया और तीन लोगों की जान चली गई। इस लापरवाही के कारण अफसरों पर FRI कराई गई है।
जानबूझकर PWD अफसरों ने नहीं किए इंतजाम
नायब तहसीलदार छविराम ने कहा कि दातागंज तहसील के समरेर से बरेली जनपद के फरीदपुर को जाने के लिए एक रास्ता गया है। इसी रास्ते पर बने पुल की एप्रोच रोड पिछले एक साल से ज्यादा समय से कटी हुई है। जिससे पुल आधा बना खड़ा है। यह जानते हुए भी कि अगर इस पुल से कोई गुजरेगा तो हादसा हो जाएगा, इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने यहां कोई सतर्कता नहीं बरती।