Hathras stampede: हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग में भगदड़ मची थी। भगदड़ में 123 लोगों की मौत हुई। घटना के चार दिन बाद शनिवार को मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया। देव प्रकाश मधुकर के बयान पर अयोध्या के श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पलटवार किया है। सत्येंद्र दास ने हाथरस की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि भोले बाबा सरकार के सामने आएं और अपने अपराध को स्वीकार करें। गलती उसी की होती है, जो कथा कहता है। ये गलती क्षमा नहीं की जा सकती है।
आपको अपराध स्वीकार करना चाहिए
आचार्य सत्येंद्र दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सूरज पाल या भोले बाबा के नाम से जो प्रसिद्ध हैं, वे घटना देखकर भाग गए। भूमिगत हो गए। अब इतने दिनों बाद कह रहे हैं कि वह घटना से दुखी हैं। वकील के माध्यम से सारी व्यवस्थाएं बता रहे हैं। अगर कोई घटना घटती है तो जो भी कथा कहता है, उसी की जिम्मेदारी होती है। उनको स्पष्ट रूप से जाकर सरकार के सामने अपराध स्वीकार करना चाहिए।
अब छिपकर नहीं रह सकते
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जांच में अपराधी माने गए हैं। इसलिए उनको जेल होना चाहिए। इतने दिन छिपकर अब बोल रहे हैं तो उनकी गलती है। ये गलती क्षमा नहीं की जा सकती है। इतने लोगों की जान गई, बहुत घायल हैं। उनसे पूछताछ हुई। पता चल गया कि घटना कैसे हुई। अब वो भाग कर और छिप कर नहीं रह सकते हैं। सामने आएं, जो अपराध है, उसे स्वीकार करें, जिससे सरकार कार्रवाई कर सके।
पहली बार भोले बाबा आया सामने
2 जुलाई को हुए हाथरस हादसे के बाद पहली बार 6 जुलाई को भोले बाबा सामने आया। शनिवार को बाबा ने ANI न्यूज एजेंसी से कहा कि हम भगदड़ की घटना के बाद से बहुत दुखी हैं। हमें और संगत को इस दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवी हैं, वो बख्शे नहीं जाएंगे। मृतकों के परिजन और घायलों की मदद हमारी कमेटी करेगी।