प्रमोद यादव जौनपुर जिले बोधापुर गांव में रहने वाले थे। वर्तमान में वह भाजपा के जिला महामंत्री थे। इससे पहले किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। प्रमोद की हत्या से पूरे जिले में हड़कंप मच गया। गांव में मातम पसरा हुआ है। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है। छानबीन की जा रही है।
प्रमोद यादव की हत्या में शामिल आरोपियों की पुलिस अब तक पहचान नहीं कर पाई। घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही स्थानीय लोगों से पूछतांछ कर जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।
44 साल पहले प्रमोद के पिता की भी हुई थी हत्या
प्रमोद यादव संघ और भाजपा परिवार के पुराने सदस्य हैं। उनके पिता राजबली यादव जनसंघ से जुड़े थे। जनसंघ के टिकट पर रारी विधानसभा से चुनाव लड़े थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। 1980 में बदमाशों ने राजबली की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी। शाम को वह मित्र के साथ मूरकटवा गए थे। जहां से लौटते समय बदमाश ने गोली कर दी थी।
अमरोहा में भी भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में भी भाजपा नेता और क्षेत्र पंचायत सदस्य सतपाल खड़गवंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वह जन्मदिन की पार्टी से घर लौट रहे थे। इस मामले में पुलिस ने तीन संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।