Sanjay Nishad Attacked In Sant Kabir Nagar: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी अध्यक्ष संजय निषाद और उनके समर्थकों पर रविवार, 21 अप्रैल की देर रात संतकबीरनगर जिले में 20-25 अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। मंत्री के नाम पर चोट लगी, इससे खून बहने लगा। समर्थकों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनकी मरहम पट्टी की गई। इसके बाद संजय निषाद अस्पताल और पुलिस चौकी के बाहर धरने पर बैठ गए।
घटना से नाराज सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद समेत निषाद पार्टी के 3 विधायक भी पहुंचे। 100 से ज्यादा समर्थकों के साथ धरना देते हुए प्रवीण निषाद ने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान सपा मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
संजय निषाद ने सपा और यादवों पर हमले का आरोप लगाया है। सूचना पाकर पहुंचे एसपी सत्यजीत गुप्ता ने तहरीर लेकर मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया। घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर कठार गांव की है।
यादव बाहुल्य गांव में गए थे संजय निषाद
दरअसल, संजय निषाद के बेटे प्रवीण संत करीब नगर से सांसद हैं। निषाद पार्टी एनडीए गठबंधन में है। एनडीए ने प्रवीण को दोबारा उम्मीदवार बनाया है। संजय निषाद रविवार, 21 अप्रैल की रात मोहम्मदपुर कठार गांव में एक शादी समारोह में पहुंचे थे। इस गांव का प्रधान यादव है। पूरा गांव यादव बाहुल्य है। आरोप है कि 20-25 लोग प्रवीण निषाद के खिलाफ उतर आए। गालियां देने लगे। इसको लेकर संजय और भीड़ के बीच बहस होने लगी। धीरे-धीरे बात बढ़ गई। उन लोगों ने संजय और उनके समर्थकों पर हमला कर दिया।
चश्मा टूटा, नाक पर लगी चोट
घटना के बाद संजय निषाद ने कहा कि रविवार को मोहम्मदपुर कठार गांव में मेरे एक कार्यकर्ता की शादी थी। उसमें मेरी पत्नी को जाना था, लेकिन वह नहीं जा पाईं। इसलिए मुझे आना पड़ा। लोगों ने जयमाल होने तक रुकने का आग्रह किया। इसलिए रुक गया। तभी पीछे से कुछ लोग मेरे सांसद बेटे और पार्टी के खिलाफ अमर्यादित बातें बोलने लगे। मैंने सोचा हमारी बिरादरी के लोग होंगे समझा देते हैं।
उन लोगों को आगे लाकर बैठा दिया। हमने उनसे कहा कि सांसद जी आएंगे तो उनसे बात कर लीजिएगा। वह लोग हमसे कहने लगे कि तुम मंत्री हो तुमने क्या किया। हमने कहा कि थोड़ा ठीक से बात करो। इतना बोलने के बाद उन लोगों ने हम पर हमला बोल दिया। जिसमें मेरा चश्मा टूट गया। नाक पर चोट लग गई। उन लोगों की संख्या बल ज्यादा थी। हमलावर यादव थे। करीब 20-25 लोग थे। अब मैं जब से आया हूं तब से लोग जातीय संघर्ष करवा रहे हैं। सुरक्षा में चूक को लेकर उन्होंने जिला प्रशासन पर भी निशाना साधा।
सपा पर अक्सर हमलावर रहते हैं संजय निषाद
संजय निषाद अक्सर सपा को लेकर निशाना साधते रहे हैं। 16 मार्च को उन्होंने कौशांबी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि गोली चलाने वाली सपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना है। उन्होंने रेल रोको आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि सपा के गुंडों ने 6 घंटे ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। हमारे लोग ठीक वैसे लड़े थे जैसे अंग्रेजों और मुगलों से लड़ाई हुई थी। इस फायरिंग में कई लोग घायल हुए थे। मेरा भाई मारा गया था। इसलिए गोली चलवाने वाली पार्टी को कभी सत्ता में नहीं आने देना है।