Tirupati laddus: तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलने से अब रामभक्तों में हड़कंप मच गया है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल लाखों भक्तों को भी तिरुपति के लड्डू बांटे गए थे। तिरुपति से आए 300 किलो 'लड्डू प्रसाद' का वितरण 22 जनवरी 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में किया गया था। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने शनिवार को यह खुलासा किया है। बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुकेश अंबानी सहित देश की जानीमानी 8000 हस्तियों ने शिरकत की थी। आचार्य सत्येंद्र दास के दावे चारों-तरफ सनसनी फैल गई है।

जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए 
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह के दौरान भक्तों को प्रसाद के रूप में तिरुपति मंदिर के लड्डू वितरित किए गए थे। आचार्य सत्येंद्र दास ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा कि अगर 'प्रसाद' में जानवरों की चर्बी मिलाई गई है, तो यह अक्षम्य है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। 

करोड़ों लोगों की आस्था के ऊपर आघात
मुख्य पुजारी दास ने कहा कि तिरुपति बालाजी के लड्डू की बहुत प्रसिद्धि है। जिसने भी ऐसा घृणित काम किया है, वो बहुत ही भयंकर अपराधी है, देशद्रोही है। यह बहुत दुखदायी बात है। करोड़ों लोगों की आस्था के ऊपर आघात है। आचार्य ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि सनातन धर्म पर चोट पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश का यह हिस्सा हो सकता है। सरकार इसकी ठीक से जांच करे और पता लगाए कि इसमें कोई विदेशी साजिश है या ये देश के लोगों की ही करतूत है। 

1 लाख से अधिक लड्डू आए थे अयोध्या
जानकारी के मुताबिक, रामलला के अभिषेक समारोह के लिए श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा एक लाख से अधिक लड्डू भेजे गए थे। इन्हें प्रसाद के रूप में वितरित किया था या नहीं इस पर राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि वे तिरुपति लड्डू पर केंद्र की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। चंपत राय ने कहा कि 'हमने भक्तों को प्रसाद के रूप में केवल इलायची के दाने बांटे थे। चंपत राय ने कहा कि इस विवाद पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। 

क्या है तिरुपति लड्डू विवाद
तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसाद के रूप में बांटे जाने वाले लड्डुओं में कथित रूप से जानवरों की चर्बी, बीफ टैलो, सूअर की चर्बी और मछली के तेल मिलने की बात सामने आई है। गुजरात के एक फूड टेस्टिंग लैब ने इसकी पुष्टि की है। तेलंगाना के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इसके लिए पिछली वाईएसआर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इस बीच केंद्र सरकार ने तिरुपति लड्डू में मिलावट पर तेलंगाना सरकार से जवाब मांगा है।