CM Yogi Adityanath and Mohan Bhagwat: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में मंथन का दौर जारी है। भाजपा के हारे सांसदों व मंत्रियों ने बंद लिफाफे में प्रदेश नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी के शीर्ष नेताओं के बाद अब संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी मुलाकात कर सकते हैं। उनकी यह मुलाकात गोरखपुर में संभव है। यूपी में भाजपा की खराब परफारमेंस के बाद यह मुलाकात कई मायनों में अहम है। संघ के विस्तार पर चर्चा संभव है।
राजनीतिक परिदृश्यों पर चर्चा
मोहन भागवत चिउटाहा क्षेत्र के एसवीएम पब्लिक स्कूल में 3 जून से जारीसंघ कार्यकर्ता विकास वर्ग शिविर में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर, काशी, कानपुर और अवध क्षेत्र में संघ की जिम्मेदारी संभाल रहे 280 स्वयंसेवकों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इसमें संघ के विस्तार व राजनीतिक परिदृश्य भी शामिल रहे।
संघ के प्रकल्पों का होगा विस्तार
इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने यूपी में शाखाओं की संख्या बढ़ाने और संगठन विस्तार पर जोर दिया है। संघ के विभिन्न प्रकल्पों के विस्तार पर भी सुझाव दिए। लोकसभा चुनाव में आपेक्षित परिणाम न आने के बाद से आरएसएस पदाधिकारियों के बयान लगातार सामने आ रहे हैं।
भाजपा 'अहंकारी', इंडिया ब्लॉक 'राम विरोधी'
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ सदस्य इंद्रेश कुमार ने भाजपा को 'अहंकारी' और विपक्षी इंडिया ब्लॉक को 'राम विरोधी' बताया है। उन्होंने कहा, भगवान राम सबके साथ न्याय करते हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें अंहकार आ गया तो सबसे बड़ी पार्टी बना दिया. लेकिन जो पूर्ण शक्ति नहीं मिलने दी। विरोधियों को 234 सीटों पर रोक दिया।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा 29 सीटें हार गई। चुनाव हारने वालों में छह मंत्री सहित 26 मौजूदा सांसद शामिल हैं। उम्मीदवारों ने प्रदेश नेतृत्व को सौंपी रिपोर्ट में भितरघात को हार की प्रमुख वजह बताई है।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने अवध की एक-एक सीट पर समीक्षा की। बाराबंकी की प्रत्याशी राजरानी रावत नहीं पहुंचीं, लेकिन सीतापुर, श्रावस्ती, खीरी, लखीमपुर, रायबरेली, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, मोहनलालगंज के प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी।
उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने लखनऊ में समीक्षा बैठक के बाद कहा, लोकसभा चुनाव में आपेक्षित परिणाम नहीं आए। हम जनादेश को स्वीकार किया है, लेकिन संगठन के नाते सभी विषयों की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। निश्चित ही सभी कारणों को दूर कर PM मोदी और CM योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश व देश को विकसित बनाएंगे। हम उन कारणों को जानने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे अपेक्षा अनुरूप परिणाम नहीं मिले।