Congress UP Politics: कांग्रेस ने हरियाणा के चुनाव परिणामों से सबक लेते हुए दलितों पर फोकस बढ़ा दिया है। दलित उत्पीड़न के मामले रोकने कांग्रेस ने हर गांव में बिजलेंस टीम गठित करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत यूपी से होगी। बाराबंकी सांसद तनुज पुनिया को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।  

बाराबंकी सांसद तनुज पुनिया 1 नवंबर को कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं। पार्टी दलित उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ प्रतिरोध की संस्कृति विकसित करना चाहती है। 

दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय 
कांग्रेस पंचायत स्तर पर दलितों के बीच विजिलेंस टीम बनाने की तैयारी में है। ताकि, उत्पीड़न की घटनाएं तुरंत मुख्यालय तक पहुंचाई जा सकें। पार्टी दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदायों के बीच गठजोड़ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। लोकसभा चुनाव में उसे काफी हद तक सफलता भी मिली है।  

मुखर होकर करेंगे विरोध
प्रदेश अध्यक्ष मिलने के बाद तनुज पुनिया ने कहा, यूपी के किसी गांव में दलित उत्पीड़न की घटना हुई तो मुखर होकर विरोध करेंगे। प्रदेश मुख्यालय तक तुरंत सूचना पहुंचाई जा सके और दलित अपराध नियंत्रित करने हर गांव में विजिलेंस टीम बनाई जाएगी।  

प्रशिक्षण कार्यक्रम बताएंगे संवैधानिक अधिकार
तनुज पुनिया ने कहा, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों को फैलाने के लिए गांव गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम करेंगे। युवाओं को संविधान में दिए गए अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाएगा।

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कौन हैं तनुज पुनिया
तनुज पुनिया पूर्व सांसद और आईएएस पीएल पुनिया के बेटे हैं। आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद राजनीति में आए हैं। उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। 2024 में बाराबंकी से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए। इसके पहले कांग्रेस में प्रवक्ता और मध्य क्षेत्र में अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष रह चुके हैं।

सुशील पासी को बिहार का जिम्मा
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एससी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुशील पासी को राष्ट्रीय सचिव और बिहार का सह प्रभारी बनाया गया है। ताकि, बिहार में भी पासी समाज को इंडिया गठबंधन के पक्ष में एकजुट किया जा सके।