Congress-Samajwadi Party Seat Sharing Deal: लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है। लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पा रही है। अखिलेश यादव और राहुल गांधी की पार्टी के बीच तीन सीटों पर डील फाइनल नहीं हो पा रही है। सोमवार देर रात तक दोनों दलों के बीच मंथन चलता रहा। ऐसे में अखिलेश यादव के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सोमवार को ही अखिलेश यादव ने साफ कर दिया था कि यदि डील फाइनल नहीं हुई तो यात्रा में शामिल नहीं होंगे।  

थोड़ा समय लग रहा, जल्द फाइनल होगी डील
सीट शेयरिंग को लेकर अखिलेश यादव ने भले ही अपनी मंशा जाहिर कर दी है, लेकिन कांग्रेस नेता आशान्वित हैं कि बात बन जाएगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बातचीत को फाइनल किया जा रहा है। दोनों दलों के नेताओं के बीच एक सकारात्मक माहौल है। समाजवादी पार्टी चाहती है INDIA गठबंधन एक साथ लड़े। हम भी चाहते हैं कि INDIA गठबंधन और मजबूत हो। थोड़ा समय लग रहा है।

इन तीन सीटों पर नहीं बन पा रही सहमति 
मुरादाबाद, बलिया और बिजनौर निर्वाचन क्षेत्रों पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच असहमति है। सूत्रों ने कहा कि अखिलेश यादव मुरादाबाद सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं। राहुल गांधी की पार्टी ने भी अखिलेश से बिजनौर सीट की मांग की। जिसे समाजवादी पार्टी ने अस्वीकार कर दिया।

2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद सीट पर जीत हासिल की थी। मुरादाबाद में मेयर के चुनाव में कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही और कुछ हजार वोटों से हार गई। समाजवादी पार्टी के गढ़ों में से एक मानी जाने वाली बलिया सीट भी कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए चाहती है।

सपा ने 17 सीटों का दिया था ऑफर
सोमवार को समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों की पेशकश की थी। इसके अलावा सपा ने सोमवार को 11 उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की। जिनमें डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी भी शामिल हैं। इससे पहले 30 जनवरी को समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 16 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। अब तक सपा 27 उम्मीदवार उतार चुकी है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं।