देश का पहला हाइड्रोजन जलयान: काशी से यहां तक चलेगा शिप, जानें कितना होगा किराया, क्या सुविधाएं मिलेंगी

Varanasi Hydrogen Ship: देश का पहला हाइड्रोजन जलयान वाराणसी पहुंच गया है। कोलकाता के कोच्चि शिपयार्ड से जल मार्ग के जरिए ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाला जलयान नमो घाट पहुंचा है। पर्यटन विभाग की निगरानी में रामनगर मल्टी-मॉडल टर्मिनल राल्हूपुर में शिप को खड़ा किया है। 50 सीटर शिप वाराणसी से मिर्जापुर के चुनार के बीच 15 किमी की दूरी में चलाया जाएगा। किराया 2500 रुपए प्रति व्यक्ति प्रस्तावित है। हालांकि अभी इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है।
जून के अंतिम सप्ताह में कोलकाता से चला था
जानकारी के मुताबिक, दो मंजिला हाइड्रोजन जलयान कोच्चि शिपयार्ड से समुद्री मार्ग से होते हुए 13 जून को कोलकाता पहुंचा। जलमार्ग-1 हल्दिया- वाराणसी रूट पर पानी की कमी के चलते जलयान की रफ्तार थम गई। इसके चलते जलयान को आधा सफर पूरा करने में ज्यादा समय लगा।
इस रफ्तार से चल सकता है जलयान
जलयान 20 से 25 किमी की रफ्तार से चल सकता है। शिव को वाराणसी से मिर्जापुर के चुनार के बीच चलाने की तैयारी है। यात्रा का समय सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक है। यात्रा नमो घाट से शुरू होगी। 2500 रुपए प्रति व्यक्ति किराया प्रस्तावित है। रास्ते में पर्यटकों को गंगा घाट, शूलटंकेश्वर मंदिर समेत कई ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी दी जाएगी।
जलयान की खासियत
देश के पहले हाइड्रोजन जलयान को बनाने में 10 करोड़ से अधिक पैसे खर्च हुए हैं। 5.80 मीटर चौड़ाई वाले शिप में 50 यात्रियों के बैठक की बेहतर व्यवस्था है। 20-25 किलो मीटर रफ्तार से चलने वाले जलयान की लंबाई 28 मीटर है। ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले इस क्रूज में न तो वायु प्रदूषण होगा और न ध्वनि प्रदूषण होगा। क्रूज के चलने से गंगा को भी नुकसान नहीं होगा।
शुद्ध-शाकाहारी भोजन मिलेगा
पर्यटकों को गंगा घाट, शूलटंकेश्वर मंदिर समेत कई ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी दी जाएगी। चुनार किला ले जाया जाएगा। यहां गाइड किले के इतिहास से रूबरू कराएंगे। पर्यटकों के मनोरंजन का भी खास ख्याल रखा है। यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। ब्रेकफास्ट, लंच और शाम का स्नेक्स शामिल होगा। क्रूज में लाइव म्यूजिक का भी आयोजन होगा।
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