ED Raid in Noida: उत्तर प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दबिश देकर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी के घर से 7 करोड़ के हीरे बरामद किए हैं। ED ने नोएडा अथॉरिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास से यह हीरे बरामद किए हैं। ईडी ने मंगलवार को नोएडा की रियल एस्टेट कंपनी हैसिंडा प्रोजेक्ट के नोएडा, दिल्ली, चंडीगढ़, मेरठ और गोवा स्थित ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें मोहिंदर सिंह का आवास भी शामिल है। 

1 करोड़ नकद और 12 करोड़ के हीरे
रियल इस्टेट कंपनी हैसिंडा के साझीदार आदित्य गुप्ता और आशीष गुप्ता के पांच ठिकानों पर भी छापा मारा गया था। उनका कई देशों में फर्नीचर और कॉलीन एक्सपोर्ट का कारोबार है। आदित्य गुप्ता के आवास से पांच करोड़ के हीरे बरामद हुए। छापेमारी में एक करोड़ नकद और 12 करोड़ के हीरे, 7 करोड़ के जेवर समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। 

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6 बैंक लॉकर और शेल कंपनियों की जांच 
आदित्य और आशीष ने नोएडा में रिहायशी अपार्टमेंट (बुलेवार्ड) का निर्माण किया है, जो जांच के दायरे में है। ईठी को कंपनी डायरेक्टर्स के 6 बैंक लॉकर और कुछ शेल कंपनियों के बारे पता चला है। शेल कंपिनयों के जरिए ही निवेशकों की रकम डायवर्ट कर अन्य जगह लगाया जाता था। ईडी जल्द ही इन्हें पूछताछ नोटिस जारी करेगी। 

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स्मारक घोटाले में आया था नाम 
बसपा सरकार में नोएडा और लखनऊ में स्मारक और पार्क निर्माण निर्माण के नाम पर हुए 14 अरब के घोटाले में भी मोहिंदर सिंह का नाम आया था। नवंबर 2011 में उन्हें नोएडा अथॉरिटी का मुख्य कार्यपालक अधिकारी बनाया गया। विजिलेंस ने नोटिस जारी किया था, लेकिन आस्ट्रेलिया में होने के चलते वह पेश नहीं हुए। मामले में तत्कालीन मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा और नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी जांच के दायरे में आए थे। ईडी मामले में नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन अफसरों की भूमिका भी जांच रही है। मोहिंदर सिंह मायावती सरकार में पॉवरफुल अफसर रहे हैं।