Crime News Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस और बदमाशों के बीच सोमवार की रात मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने दरोगा मुनेश सिंह के सीने में गोली मार दी। घायल दरोगा का गाजियाबाद के कौशांबी स्थित मैक्स हॉस्पिटल में ICU में इलाज चल रहा है। आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।

मेरठ में सोमवार की रात उस समय सनसनी फैल गई। जब बदमाशों ने एक दरोगा को गोली मार दी। गोली दरोगा को सीने को चीरते हुए आर पार हो गई। आनन फानन में घायल दरोगा को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार चल रहा है। उनकी हालत अभी नाजुक बताई जा रही है।

क्या है मामला
सोमवार की रात कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस के बाहर एक व्यक्ति कार का दरवाजा लॉक कर सो रहा था। अचानक रात डेढ़ बजे के आसपास तीन की संख्या में बदमाश पहुंचे और कार का शीसा खुलवाया। कार का शीशा खुलने के बाद बदमाशों ने कार, मोबाइल और नगदी लूटकर फरार हो गए। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही दरोगा मुनेश सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ित ने बताया कि कार में जीपीएस लगा हुआ है। जीपीएस लगे होने से पुलिस को आसानी हुई और कुछ ही समय में पीछा कर बदमाशों का घेराव कर दिया।

मंगलवार को हुआ ऑपरेशन
पुलिस से घिरे देखकर बदमाशों ने पुलिस की गाड़ी में ही टक्कर मार दी। इसके बाद पुलिस पर गोलियां चलाना शुरू कर दिए। इसी दौरान एक गोली दरोगा मुनेश सिंह के सीने में धंस गई और वो वहीं पर गिर गए। जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। तब तक बदमाश भाग निकले। घायल दरोगा को पुलिस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। मंगलवार को उनका ऑपरेशन किया गया। मगर उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। 

पुलिस ने कार को किया बरामद
SSP रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि सोमवार की रात गस्त के दौरान एक गाड़ी लूटने की शिकायत मिली थी। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और  GPS जीपीएस की मदद से उसका पीछा कर पकड़ने की कोशिश की लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें चौकी प्रभारी को गोली लगी है। घटना में 3 लोगों के नाम सामने आए हैं। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। 

गाड़ी का नंबर बदल देते थे बदमाश
पुलिस ने बदमाशों द्वारा लूटी हुई कार को बरामद कर लिया है। बदमाश पुलिस से बचने के लिए लूटी गई कार का नंबर प्लेट बदल बदल देते थे। गाड़ी जब लूटी गई तो उसमें दिल्ली का नंबर था, जिसे कार लूटने के थोड़ी ही देर बाद बदमाशों ने बदल दिया था। पुलिस को GPS की मदद से बदमाशों तक पहुंचने में मदद मिली थी।