Logo
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने बागपत जिले में किसानों को चार प्रकार की सब्जियों के बीज मुफ्त देने की बात कही है। सरकार की कल्याणकारी योजना के तहत किसानों की आय में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए फ्री में बीज उपलब्ध कराई जा रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को हरी मिर्च, टमाटर, शिमला मिर्च और खीरे के बीज दिए जाएंगे।

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने बागपत जिले में किसानों को चार प्रकार की सब्जियों के बीज मुफ्त देने की बात कही है। सरकार की कल्याणकारी योजना के तहत किसानों की आय में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए फ्री में बीज उपलब्ध कराई जा रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को हरी मिर्च, टमाटर, शिमला मिर्च और खीरे के बीज दिए जाएंगे। योजना का लाभ लेने के लिए तुरंत रजिस्ट्रेशन कराएं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू किए हैं। योगी सरकार ने कल्याणकारी योजना शुरू की है। इस कल्याणकारी योजना के तहत चार प्रकार की सब्जियों के बीज फ्री में दिए जाएंगे। हालांकि, यह योजना केवल सीमित समय के लिए है। इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए देरी न करें।

किसानों की आय में बढ़ोतरी सरकार की कोशिश
बागपत जिला उद्यान अधिकारी विकास कुमार अरुण ने बताया कि जिले में कल्याणकारी योजना के तहत सरकार किसानों को फ्री में सब्जियों के बीज बांट रही है। इसके पीछे सरकार की कोशिश है, कि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी है। आमदनी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया गया है।

उद्यान अधिकारी ने दी जानकारी
उद्यान अधिकारी विकास कुमार अरुण ने बताया कि चार प्रकार की सब्जियों के बीज मुफ्त बांटे जा रहे हैं। जिसमें किसानों को हरी मिर्च, टमाटर, शिमला मिर्च और खीरे का बीज बिना किसी राशि लिए दिया जा रहा है। बीज के साथ ही अधिकारियों द्वारा किसानों को पूरी जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही है। 

कैसे मिलेगा इस योजना का फायदा?
उद्यान अधिकारी ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए कोई भी किसान अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके बाद वह एक एकड़ से अधिक के लिए बीज प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना सिर्फ सीमित समय के लिए है। किसानों को पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर बीज काफी उत्तम क्वालिटी का दिया जा रहा है।

रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
किसानों को रजिस्ट्रेशन के लिए अपने बैंक पासबुक, खसरा खतौनी और आधार कार्ड के साथ उद्यान विभाग में जाकर अपना पंजीकरण करवाना होता है। ऐसे में देखा जाता है कई बार अत्यधिक संख्या में किसानों का पंजीकरण हो जाता है तो ऐसी स्थिति में रजिस्टर्ड बीज कंपनियों को आमंत्रित किया जाता है।

5379487