लखनऊ। फतेहपुर में सास से झगड़ा करने के बाद महिला ने 2 बच्चों को गुड़ में जहर मिलकर खिला दिया। इसके बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टर ने मां और एक बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक बेटी को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया है। मामला औंग थाना क्षेत्र के हारचंद्रखेड़ा मजरे गंगचौली गांव का है।

ऐसे शुरू हुआ विवाद...फिर हंसते-खेलते परिवार में छाया मातम 
गंगचौली निवासी विनोद पाल मेहनत मजदूरी कर घर का खर्च चलाता है। उसके 3 बच्चे हैं। दो बेटे अभिषेक (12), आदर्श (6) और एक बेटी अंशिका (10) है। पत्नी सरला देवी (34) ने सुबह बड़े बेटे अभि​​​​​​षेक को भैंस बांधने के लिए कहा था। उसने इनकार किया और भागकर पड़ोस में रहने वाली दादी के घर भाग गया। अभि​​​​​​षेक के पीछे-पीछे उसकी मां भी दादी के घर पहुंच गई और उसे डांटने लगी।

अभि​​​​​​षेक ने दादी के घर में रखा चिमटा फेंककर मां सरला को मार दिया। जिसके बाद दादी ने भी सरला को डांट दिया। इससे सरला गुस्से में घर आई और गुड़ में जहर मिलाकर बेटी अंशिका और छोटे बेटे आदर्श को गुड़ खाने को दिया। अंशिका को गुड़ का स्वाद खराब लगा तो उसने थोड़ा खाने के बाद थूक दिया, लेकिन छोटा बेटा आदर्श पूरा खा गया। 

मां को फंदा लगाते देख चिल्लाने लगी बेटी, इतने में होंने लगी उल्टियां 
बच्चों को गुड़ में जहर देने के बाद सरला भागकर कमरे में गई और फंदा लगा लिया। अंशिका ने मां  सरला को फंदा लगाते देख शोर मचाया। इतने में सरला फंदे पर लटक चुकी थी। इसके बाद अंशिका और उसके छोटे भाई को उल्टियां होने लगीं। इस बीच बड़ा लड़का अभिषेक भागकर घर आया और सभी की हालत खराब देख पिता को बुलाया। पिता ने आनन फानन में अंशिका, आदर्श और पत्नी को अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने आदर्श और उसकी मां सरला को मृत करार दे दिया। जबकि अंशिका को कानपुर के रेफर कर दिया। 

बड़े बेटे और सरला के पति से पुलिस पूछताछ कर रही है
पुलिस ने बताया कि गंगचौली गांव के रहने वाले विनोद पाल की पत्नी सरला देवी ने अपने दो बच्चे को जहर देकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जहां मां बेटे की मौत हो गई है। एक 10 वर्षीय बेटी हॉस्पिटल में भर्ती है। दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर कार्रवाई की जा रही है। बड़े बेटे और उसके पति से पूछताछ करेगी।