Shikohabad explosion Case: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद जिले में सोमवार देर रात अवैध पटाखा गोदामा में आग भड़क गई। जिससे तेज धमाके के साथ उसमें विस्फोट होने लगा। हादसे में वहां रहने वाले चौकीदार की पत्नी और उसके बच्चों समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। जबकि, दर्जनभर लोग घायल हैं। छह लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शिकोहाबाद में कानपुर हाईवे से लगे नौशेहरा गांव स्थित गोदाम में हुए इस विस्फोट से आसपास के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उनकी दीवारें फट गईं और खिड़की-दरवाजे टूट गए। कई लोगों को गंभी चोट भी आई है।
#WATCH | Deepak Kumar IG Agra Range says, " In Shikohabad PS area, firecrackers were stored at a house and a blast occurred there. Due to the impact of the blast, the roof of a nearby house collapsed. Police took out 10 people from the debris...6 people are undergoing treatment… https://t.co/hQ2S271Sto pic.twitter.com/1qGnxhIegR
— ANI (@ANI) September 16, 2024
विस्फोट से छत गिरी, मलबे में दबे 10 लोग
आगरा रेंज के आईजी दीपक कुमार के मुताबिक, शिकोहाबाद थानांतर्गत नौशेहरा गांव स्थित एक घर में पटाखे रखे थे। जहां सोमवार रात विस्फोट हो गया। विस्फोट के चलते घर की छत गिर गई। पुलिस ने मलबे से 10 लोगों को बाहर निकाला। 6 की गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 5 लोगों की मौत हो गई है।
रात साढ़े 10 बजे अचानक होने लगे धमाके
दरअसल, शिकोहाबाद में कानपुर हाइवे से लेग नौशहरा गांव स्थित चंद्रपाल कुशवाहा का घर किराए पर लेकर में भूरे खां ने पटाखा स्टोर कर रखा था। रात में एक चौकीदार और उसकी पत्नी मीरा देवी रहती थी। सोमवार रात साढ़े 10 बजे के करीब अचानक पटाखों में आग लग गई और गोदाम में धमाके होने लगे।
शिकोहाबाद विस्फोट में इनकी हुई मौत
घटना में चौकीदार की पत्नी मीरा देवी के अलावा 20 वर्षीय अमन, 18 वर्षीय गौतम और 3 वर्षीय उसकी बहन इच्छा की भी मौत हो गई है। विस्फोट से गोदाम की छत गिर गई थी, जिसके मलबे में करीब 10 लोग दब गए। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। हादसे में 5 की मौत हो गई है।
बचाव कार्य के दौरान पथराव
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही जेसीबी फायर ब्रिगेड की मदद से बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन इस दौरान किसी ने पथराव कर दिया। हालांकि, पुलिस ने स्थित को संभाल लिया। बचाव कार्य के दौरान एक व्यक्ति पुलिस इंस्पेक्टर के पैर पकड़कर रोने लगा। बोला-बेरे बच्चों को बचा लो।