गाजियाबाद की मीट फैक्टरी में छापा: बाल संरक्षण आयोग की टीम ने मुक्त कराए 57 नाबालिग बच्चे, मीट प्रोसेसिंग का कराते थे काम

Ghaziabad meat factory Child Protection Commission Raid
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गाजियाबाद की मीट फैक्टरी से मुक्त कराए गए 57 नाबालिग बच्चे।
Ghaziabad meat factory:उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित भूडगढ़ी इंटरनेशनल एग्रो फूड्स मीट फैक्टरी में बुधवार 29 मई काे बाल संरक्षण आयोग व पुलिस टीम ने दबिश देकर 57 नाबालिग बच्चों को मुक्त कराया है। इनसे मीट प्रोसेसिंग का काम कराया जा रहा था।

Ghaziabad meat factory: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में संचालित एक फैक्ट्री से 57 नाबालिग बच्चे रेस्क्यू किए गए हैं। इनसे एनीमल कटिंग व मीट प्रोसेसिंग का काम कराया जा रहा था। मामले की जानमारी राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को लगी तो पुलिस बल के साथ अफसरों ने फैक्ट्री में दबिश देकर बच्चों को मुक्त कराया।

गाजियाबाद के भूडगढ़ी इंटरनेशनल एग्रो फूड्स मीट फैक्टरी में बाल संरक्षण आयोग की टीम व पुलिस ने छापेमारी की है। इस दौरान 57 नाबालिग बच्चे फैक्ट्री में काम करते मिले। छापे की सूचना से मीट फैक्टरी में भगदड़ मच गई। यहां काम कर रहे लोग इधर-उधर भागने लगे।

मीट उत्पादन व एक्सपोर्ट का बड़ा कारोबार
इंटरनेशनल एग्रो फूड्स यूपी की बड़ी मीट निर्यातक कंपनी है। पिछले 10 वर्ष से यह भारत में मांस उत्पादन कर दुनिया के तमाम देशों में एक्सपोर्ट करती है। दिल्ली से 25 किमी दूर गाजियाबाद जिले में बूचड़खाना स्थित है। कंपनी रोजाना 250 मीट्रिक टन मांस उत्पादन की क्षमता रखती है।

दुनिया के कई देशों में फैला कारोबार
कंपनी ने अपने पोर्टल में बताया कि है कि वह सभी पश्चिमी अफ्रीकी, सीआईएस, मध्य पूर्व, मिस्र, दक्षिण एशियाई सहित अन्य सुदूर पूर्वी देशों में मांस उत्पादों का निर्यात करती है। खानपान उद्योग, सुपरमार्केट और थोक विक्रेता इसके इसके मुख्य आयातक हैं।

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