Ghaziabad News: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में दिल दहला देने वाले एक अपराध का मामला सामने आया है। यहां एक कॉलोनी में रहने वाली एक कलयुगी मां इश्क में इस कदर पागल हो गई कि उसमें अच्छा और बुरा का अंतर देखने की क्षमता ही खत्म हो गई। महिला ने खुद की काली करतूत छिपाने के लिए अपनी 11 साल की बेटी को अपने आशिक यानी सौतेले पिता को सौंप दिया। सौतेले पिता ने भी मासूम बच्ची और उसके 13 साल के भाई के साथ हैवानियत की सारें हदें पार कर दी।
आरोप है कि महिला अपनी ही बेटी वेश्यावृत्ति में भी धकेलना चाहती थी। पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी राजू को गिरफ्तार कर लिया है।
बच्चों ने छोड़ दिया था घर
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि प्रताड़ना की हदें पार होने पर बच्चों में अब और दुर्व्यवहार सहने की क्षमता नहीं थी। इसलिए बच्ची ने 20 जनवरी को गाजियाबाद में अपना घर छोड़ दिया था। दिल्ली चली गई। जहां सड़कों पर घूमते हुए पाई गई थी। उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया। दिल्ली पुलिस ने बच्ची की देखरेख की और पूछताछ की। जब घटना की जानकारी हुई तो लोनी बॉर्डर पुलिस को मामले की जानकारी दी। लोनी बॉर्डर ने मामला दर्ज किया। बच्ची की देखभाल का जिम्मा बाल कल्याण समिति को सौंपा गया है। लड़की का मेडिकल टेस्ट कराया गया तो पता चला कि उसके साथ रेप हुआ है।
चार साल पहले पिता की हुई थी मौत
एसीपी अंकुर विहार भास्कर ने बताया कि बच्ची ने बताया कि उसके पिता की चार साल पहले मृत्यु हो गई थी और तब से वह अपने नाना-नानी के साथ रह रही थी। पिछले साल उसकी मां भाई-बहनों को गाजियाबाद स्थित अपने घर ले गई थी। उसकी मां की दोस्त ने बार-बार उसका यौन उत्पीड़न किया।
शुरुआती जांच में पता चला कि लड़के के साथ सबसे पहले उसके सौतेले पिता ने रेप किया था। दो महीने पहले, लड़का फिरोजाबाद में अपने दादा-दादी के घर भाग गया। इसके बाद आरोपी बच्ची के साथ दुष्कर्म करने लगा। बच्चों ने पुलिस को यह भी बताया कि जब भी वे घटना के बारे में अपनी मां से शिकायत करते थे, तो वह उन्हें धमकी देती थी और कुछ दवाएं देती थी।
लड़की ने कहा कि उसके पैरों तले जमीन जब खिसक गई, जब पता चला कि उसकी मां उसके पिता की मृत्यु के बाद वेश्यावृत्ति में शामिल थी और वह बड़ी होने पर उसे भी इस धंधे में धकेलना चाहती थी।
गुमशुदगी की रिपोर्ट भी नहीं दर्ज कराई
एसीपी ने बताया कि लड़की ने अपने बलात्कारी की पहचान दिल्ली निवासी राजू के रूप में की है। 20 जनवरी को लापता होने के बाद भी मां ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। बच्ची ने कहा कि उसकी मां और राजू ने अपराध को छुपाने के लिए उसे प्रताड़ित किया जाएगा। उसे धमकी दी कि वह इसके बारे में किसी को न बताए। उसे चिमटे से भी पीटा गया।