Gorakhpur Exhibition: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तीन दिवसीय दिव्य कला एवं कौशल प्रदर्शनी का शनिवार को आगाज हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रदर्शनी में पहुंचे। इस दौरान दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल और अन्य उपकरण वितरित किए गए। इस दौरान एक मुस्लिम युवक ने सीएम योगी और सांसद रवि किशन को रामचरितमानस की चौपाई सुनाई। सीएम योगी आदित्यनाथ तालियां बजाकर उसका उत्साह बढ़ाया और कंधे पर हाथ रखकर सराहना की।
गंगा-जमुनी तहजीब और भाईचारे को बढ़ाने वाले इस वीडियो को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसे लोगों द्वारा खूब सराहा गया।
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योगी बोले- विशेष योग्यजनों को सशक्त बनाना होगा
प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से विकलांगों के सशक्तिकरण पर जोर दिया और कहा कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने से पूरा समाज सक्षम बनेगा।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा राज्य स्तरीय तीन दिवसीय कला एवं कौशल प्रदर्शनी का आयोजन योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह, गोरखपुर में किया जा रहा है।
दिव्यांगों के पास ईश्वर की विशेष शक्ति
आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने अपमानजनक शब्द विकलांग को 'दिव्यांगजन' से बदल दिया है। क्योंकि दिव्यांगों के पास ईश्वर की ओर से एक विशेष शक्ति है। दिव्यांगों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए बल्कि उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों में असीमित प्रतिभा होती है। उस प्रतिभा को निखारने और उन्हें मंच देने की जरूरत है।
महर्षि अष्टावक्र ने रचा उपनिषद
मुख्यमंत्री ने दिव्यांगों का आत्मविश्वास बढ़ाते हुए कहा कि दिव्यांग व्यक्ति सरकार और समाज से प्रोत्साहन के पात्र हैं। इसी भावना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार दिव्यांगों का समर्थन कर उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जा रही है। अगर किसी व्यक्ति में कोई दिव्यांगता है तो भगवान उसकी भरपाई करते हैं। महर्षि अष्टावक्र, जिन्होंने उपनिषदों के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन किया। महान कवि सूरदास, जिन्होंने मध्यकाल में भगवान कृष्ण की लीलाओं का चित्रण किया और वर्तमान समय में जगद्गुरु रामभद्राचार्य और प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग इसके उदाहरण हैं।
आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश भगवान के अवतार की भूमि है। संभवत: यह देश का पहला राज्य है जहां दो पुनर्वास विश्वविद्यालय - डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ और जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट सरकारी स्तर पर चल रहे हैं।