Hathras Stampede: हाथरस सत्संग हादसे में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन की जांच व घटना के वीडियो फुटेज सामने आने के बाद आयोजन समिति से जुड़े 6 सेवादारों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य सेवादार फरार है, जिसकी गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया है।
बाबा और उनके सेवादारों की तलाश में पुलिस की टीमें बुधवार देर रात से छापेमारी कर रही थीं। गुरुवार सुबह पुलिस ने बाबा के मैनपुरी जिले में स्थित राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट (आश्रम), कानपुर, हाथरस समेत ग्वालियर 8 ठिकानों पर दबिश डाली। पुलिस ने पूछताछ के बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
Hathras Stampede में यह लोग गिरफ्तार
- राम लडैते पुत्र रहबारी सिंह यादव, भानपुरा थाना कुरावली जनपद मैनपुरी
- उपेन्द्र सिंह यादव पुत्र रामेश्वर सिंह, बायपास एटा रोड शिकोहाबाद
- मेघ सिंह पुत्र हुकुम सिंह, मौ दमदपुरा सिकंदराराऊ, हाथरस
- मंजू यादव पत्नी सुशील कुमार, कचौरा सिकंदराराऊ, हाथरस
- मुकेश कुमार पुत्र मोहर सिंह, न्यू कॉलोनी दमदपुरा सिकंदराराऊ हाथरस
- मंजू देवी पत्नी किशन कुमार, कचौरा थाना सिकंदराराऊ, हाथरस
वेद प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम
आईजी ने बताया कि मुख्य सेवादार वेद प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम रखा गया है। आयोजकों ने भीड़ को रोका था, जिससे एक साथ निकलने में भगदड़ मची। हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ और अव्यवस्थाओं के चलते अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 113 महिलाएं, 7 बच्चे और 3 पुरुष शामिल हैं।
भोले बाबा बोला- सत्संग में अराजक तत्वों ने भगदड़ मचाई
हाथरस में भगदड़ के 24 घंटे बाद बुधवार रात भोले बाबा का पहला बयान आया है। हालांकि, बाबा सामने नहीं आया। उसने सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के जरिए लिखित बयान जारी किया। जिसमें भोले बाबा ने कहा कि मैं पहले ही सत्संग स्थल से चला गया था। जिसके बाद वहां मौजूद कुछ अराजक तत्वों ने दगभड़ मचाई। उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। इस हादसे के पीछे भोले बाबा ने आयोजकों को जिम्मेदार बताया है। साथ ही घायलों के स्वस्थ होने की कामना की है। (ये भी पढ़ें... हाथरस हादसे की होगी न्यायिक जांच: सीएम योगी ने सेवादारों की बताई लापरवाही, SDM की रिपोर्ट में हुए कई खुलासे)
हाथरस हादसे के किसी दोषी को नहीं बख्शेंगे: सीएम योगी
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के जिला अस्पताल में भर्ती घायलों और पीड़ितों का हाल जानने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- सत्संग के प्रवचनकर्ता जब निकल रहे थे, तब श्रद्धालुओं की भीड़ उन्हें छूने के लिए जा रही थी। इसी दौरान हादसा हुआ। यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी हाथरस में कैंप किए हुए हैं। ये हादसा है या साजिश इसकी पूरी तह तक जाएंगे। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
- सीएम योगी ने बताया कि हाथरस हादसे की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की जा रही है। भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच भी की जाएगी। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की देखरेख में एसआईटी पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करेगी। साथ ही ऐसे आयोजनों के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार की जा रही है।
FIR में मुख्य सेवादार आरोपी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजक और मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि, इसमें बाबा का नाम नहीं है। उधर, भोले बाबा के मैनपुरी में छिपे होने की जानकारी सामने आ रही है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर, आरोप है कि आयोजकों ने भगदड़ में मारे गए लोगों के सामान खेतों में छिपाए गए, ताकि हादसे की भयावहता पर पर्दा डाला जा सके।
कौन है भोल बाबा?
भोले बाबा एटा जिले की पटयाली तहसील के बहादुर नगरी गांव का रहने वाला है। 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उसका असली नाम नारायण साकार हरि है। एक प्रवचन में बताया था कि वह गुप्तचर ब्यूरो में पदस्थ थे। बाबा के ज्यादातर अनुयायी पश्चिम यूपी, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में हैं।